दैनिक सांध्य बन्धु मुंबई। 22 अक्टूबर 2012 की सुबह साउथ एक्ट्रेस बिदुषी दास बर्दे के लिए एक आम दिन की तरह शुरू हुई, लेकिन इस दिन की अंत में उनकी खून से सनी हुई लाश अंधेरी (वेस्ट) के अपार्टमेंट में पाई गई। पति केदार के घर लौटने पर यह दिल दहला देने वाला दृश्य सामने आया। बिदुषी का चेहरा और गला शीशे के टुकड़ों से घायल था। इस रहस्यमयी मौत ने पुलिस और परिवार को हैरान कर दिया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उनकी मौत गले और चेहरे पर लगे गहरे घावों से हुई थी। शुरुआत में इसे मर्डर केस मानकर जांच शुरू हुई, लेकिन फोरेंसिक सबूतों की कमी के चलते एक साल बाद इसे एक्सीडेंटल डेथ घोषित कर दिया गया। पुलिस का मानना था कि ब्लड प्रेशर कम होने से बेहोश होकर अलमारी के कांच पर गिरने से उनकी जान गई।
पुलिस जांच में बिदुषी के पति केदार पर शक हुआ क्योंकि घर में जबरन घुसने के कोई निशान नहीं थे। हालांकि, केदार के बयान और कॉल रिकॉर्ड्स के आधार पर इस परिदृश्य में उनकी संलिप्तता के सबूत नहीं मिल सके।
बिदुषी के पिता और कई फोरेंसिक एक्सपर्ट्स ने मर्डर की संभावना पर जोर दिया। फोरेंसिक विशेषज्ञों का मानना था कि केवल शीशे पर गिरने से इतनी गहरी चोट असंभव थी। लेकिन सबूतों के अभाव में यह केस कभी दोबारा नहीं खुला और आज 12 साल बाद भी यह मौत की गुत्थी अनसुलझी ही है।