दैनिक सांध्य बन्धु भोपाल/सीहोर। सीहोर जिले के आष्टा में मनोज परमार और उनकी पत्नी नेहा के शव उनके घर में फंदे से लटके हुए पाए गए हैं। पुलिस के अनुसार, पहले दृष्टिकोण से यह आत्महत्या का मामला लगता है। 5 दिसंबर को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनोज परमार के इंदौर और आष्टा स्थित ठिकानों पर छापे मारे थे। यह छापेमारी फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से 6 करोड़ रुपये का लोन लेने के मामले में चल रही सीबीआई जांच के तहत की गई थी। मनोज (45) और उनकी पत्नी नेहा का शव शांति नगर स्थित शगुन गार्डन के सामने उनके मकान में फंदे से लटका हुआ पाया गया। मृतक के चचेरे भाई राजेश परमार ने बताया कि शाम को परिवार मां बगुलामुखी के दर्शन करके घर लौट आया था। रात में मनोज का बड़ा बेटा जतिन पानी पीने के लिए उठा और उसने अपने माता-पिता को इस स्थिति में पाया।
हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनोज परमार के आष्टा और इंदौर स्थित आवासों पर छापे मारे थे, जिनमें कई चल-अचल संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज जब्त किए गए थे। मनोज परमार उस समय मीडिया की सुर्खियों में आए थे जब उनके बच्चों की टीम ने कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान राहुल गांधी को गुल्लक भेंट की थी।
भाई बोला- कहता था बार-बार मरने से अच्छा है एक ही बार मर जाऊ
मृतक के चचेरे भाई राजेश परमार ने बताया कि 5 दिसंबर को ईडी की कार्रवाई के बाद से मनोज परेशान रहने लगा था। वह कहता था कि बार-बार मरने से अच्छा है एक ही बार मर जाऊं। मृतक के बेटे ने बताया कि ईडी टीम जब रेड डालने आई थी तो उसके असिस्टेंट डायरेक्टर संजीत साहू ने काफी प्रताड़ित किया था। वो कह रहे थे कि बीजेपी ज्वाइन कर लो तो बच जाओगे।
मनोज और उनकी पत्नी की मौत के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने 'X' पर लिखा, ''मैंने मनोज के लिए वकील की व्यवस्था भी कर दी थी. लेकिन बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है मनोज इतना घबराया हुआ था कि आज उसने व उसकी पत्नी ने आज सुबह आत्म हत्या कर ली. मैं इस प्रकरण में ED डायरेक्टर से निष्पक्ष जांच की मांग करता हूं.''
आष्टा पुलिस को घटना स्थल से एक सुसाइड नोट भी मिला है। वर्तमान में मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है, और पुलिस मामले की जांच में लगी हुई है।
मध्यप्रदेश में सुसाइड करने वाले कारोबारी दंपति मनोज परमार और पत्नी नेहा ने सुसाइड नोट में लिखा–
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) December 13, 2024
"ED अफसर ने कहा– मामला निपटाना हो तो बच्चों को BJP जॉइन करवा दे। नहीं तो इतनी धारा जोड़ूंगा की राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनने के बाद भी धाराएं नहीं हटा पाएगा"
पूरा सुसाइड नोट पढ़िए– https://t.co/cNnihA2ePz pic.twitter.com/Vm3ArVVBsA