दैनिक सांध्य बन्धु नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। वह 11 मई से दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में किडनी की बीमारी के चलते इलाज करवा रहे हैं। शनिवार को ICU में शिफ्ट किए जाने के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी चुप्पी तोड़ी और खुद पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को सिरे से खारिज किया।
उन्होंने कहा कि मैं ICU में हूं, हालत गंभीर है। अगर दौलत होती तो प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराता। जिस टेंडर को मैंने खुद करप्शन की वजह से रद्द किया और प्रधानमंत्री को इसकी जानकारी दी, उसी में मुझे झूठे आरोपों में फंसाया जा रहा है।
CBI ने सत्यपाल मलिक के खिलाफ 22 मई को कीरू हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट से जुड़े भ्रष्टाचार मामले में चार्जशीट दाखिल की थी। यह प्रोजेक्ट 2,200 करोड़ रुपए के सिविल वर्क्स कॉन्ट्रैक्ट से जुड़ा है। CBI ने फरवरी 2024 में उनके ठिकानों सहित दिल्ली में 29 अन्य जगहों पर छापे भी मारे थे।
मलिक ने दावा किया कि जब वे राज्यपाल थे, तब उन्हें 150 करोड़ रुपए की रिश्वत की पेशकश की गई थी। उन्होंने कहा कि वे किसान नेता चौधरी चरणसिंह की विचारधारा के अनुयायी हैं और आज भी एक कमरे के मकान में रहते हैं, कर्ज में हैं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार और एजेंसियां उन्हें बदनाम करने में जुटी हैं, लेकिन वे ना डरने वाले हैं और ना ही झुकने वाले। सत्यपाल मलिक पहले भी सार्वजनिक मंचों से करप्शन के आरोपों को लेकर सरकार पर निशाना साध चुके हैं।