Jabalpur News: डेरी साइंस एंड फूड टेक्नोलॉजी कॉलेज जबलपुर में ही बनेगा : मुख्यमंत्री

दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जबलपुर के लोगों को एक महत्वपूर्ण आश्वासन दिया है कि इस शहर के साथ अन्याय नहीं होगा और जल्द ही यहां डेरी साइंस एंड फूड टेक्नोलॉजी कॉलेज की स्थापना की जाएगी। इस विषय पर चल रहे विवाद के बीच जबलपुर में कॉलेज की स्थापना को लेकर राजनीतिक और सामाजिक संगठनों में हड़कंप मच गया था। विदित हो कि मामले को गंभीरता से लेते हुए दैनिक सांध्य बंधु द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था। दरअसल, डेरी साइंस और फूड टेक्नोलॉजी कॉलेज की स्थापना के लिए तत्कालीन वित्त मंत्री तरुण भनोट के प्रस्ताव पर कांग्रेस सरकार द्वारा जमीन पहले ही चिह्नित की जा चुकी थी। लेकिन हाल ही में उज्जैन में इसी कॉलेज के स्थापना का प्रस्ताव सामने आने से जबलपुर के नागरिकों में चिंता और असंतोष फैल गया। 

लोगों ने इसका विरोध करते हुए सवाल उठाया कि आखिर किन मापदंडों के आधार पर इस प्रस्ताव को उज्जैन स्थानांतरित किया जा रहा है। जबलपुर के केंट विधायक अशोक रोहाणी ने इस मुद्दे ने मुख्यमंत्री को बताया कि जबलपुर प्रदेश का सबसे बड़ा डेयरी हब है और डेरी साइंस और फूड टेक्नोलॉजी कॉलेज के लिए यह शहर पूरी तरह से योग्य है। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्ष 2009 में वेटरनरी यूनिवर्सिटी के हेडक्वार्टर को जबलपुर में स्थापित करने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री ने इस बात को गंभीरता से लेते हुए कहा कि जबलपुर के विकास के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। 

उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही डेरी साइंस एंड फूड टेक्नोलॉजी कॉलेज की स्थापना संस्कारधानी जबलपुर में की जाएगी, जिससे नए उद्यमियों को प्रशिक्षण प्राप्त होगा और वे डेयरी संचालन को आधुनिक रूप से कर सकेंगे। इस आश्वासन से जबलपुर के नागरिकों में उत्साह और विश्वास बढ़ा है। समाजिक संगठनों ने भी इस निर्णय का स्वागत किया है और मुख्यमंत्री की इस पहल को सराहा है। जबलपुर में इस कॉलेज की स्थापना न केवल क्षेत्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह छात्रों और उद्यमियों को नए अवसर प्रदान करने में भी सहायक होगी। इससे शहर की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी और डेयरी क्षेत्र में प्रोद्यौगिकी एवं नई तकनीकों को बढ़ावा मिलेगा।

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