दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने कलेक्ट्रेट सभागार में आगामी 11 नवम्बर को आयोजित होने वाली एपीसी (कृषि उत्पादन आयुक्त) बैठक की तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान कृषि, उद्यानिकी, खाद्य, पशुपालन, मत्स्य एवं सहकारिता विभाग के अधिकारियों से विभागीय प्रगति की जानकारी लेकर महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए।
बैठक में कलेक्टर सक्सेना ने धान पंजीयन, सत्यापन, रकबा, रबी बोनी, एवं उर्वरक वितरण व्यवस्था पर विस्तृत चर्चा की। खाद वितरण में सुधार के उद्देश्य से महिला एवं 60 वर्ष से अधिक उम्र के किसानों के लिए अलग क्यूलेस काउंटर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए, साथ ही अन्य किसानों के लिए भी अतिरिक्त काउंटर बनाने का प्रावधान किया गया। खाद वितरण के दौरान ओटीपी की जगह बायोमैट्रिक सिस्टम के उपयोग की भी अनुशंसा की गई।
धान उपार्जन व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए छाया, पानी और बारदाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। बारदाने की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए एक ही प्रकार के बारदाने एक केंद्र पर भेजे जाने की बात कही गई। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि उपार्जन केंद्रों में नए एवं पुराने बारदाने मिक्स न किए जाएं।
बैठक में अन्य विभागों की योजनाओं की भी समीक्षा की गई, जिसमें पशुपालन, डेयरी, मत्स्य एवं उद्यानिकी विभाग की योजनाएं शामिल थीं। साथ ही कृषि में हैप्पी सीडर और जैविक कृषि के अंतर्गत परंपरागत कृषि विकास योजना पर भी चर्चा की गई।
कलेक्टर सक्सेना ने नापतौल अधिकारी को निर्देश दिए कि वे धर्मकांटा एवं अन्य उपकरणों की जांच सुनिश्चित करें, और जहां गड़बड़ी पाई जाती है, वहां आवश्यक कार्रवाई की जाए।