दैनिक सांध्य बन्धु मुंबई। महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी घमासान अब भी खत्म नहीं हुआ है। गुरुवार को गृह मंत्री अमित शाह के दिल्ली आवास पर हुई महायुति की बैठक में इस मुद्दे पर कोई अंतिम निर्णय नहीं हो सका। बैठक में कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस, और एनसीपी नेता अजित पवार सहित महायुति के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। हालांकि, मुख्यमंत्री पद के लिए नाम का ऐलान अब मुंबई में होने वाली अगली बैठक में किया जाएगा।
मुख्यमंत्री पद के लिए कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस, और एनसीपी के अजित पवार का नाम चर्चा में है। हालांकि, भाजपा के पास 132 सीटों के साथ सबसे बड़ा दल होने का दावा है, जिससे यह तय माना जा रहा है कि अगला मुख्यमंत्री भाजपा से होगा।
एकनाथ शिंदे ने स्पष्ट किया कि उन्हें मुख्यमंत्री बनने की कोई लालसा नहीं है और वे गठबंधन धर्म का पालन करते हुए भाजपा के फैसले का समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह जो भी निर्णय लेंगे, मुझे स्वीकार होगा। मैं चट्टान की तरह गठबंधन के साथ खड़ा हूं।"
बैठक के बाद शिंदे ने कहा, "दिल्ली में चर्चा सकारात्मक रही। यह पहली बैठक थी। मुंबई में महायुति की एक और बैठक होगी, जिसमें मुख्यमंत्री के नाम पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।" गठबंधन के नेताओं का दावा है कि नई सरकार का गठन 2 दिसंबर तक हो जाएगा।
कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे ने अपने पिता की भूमिका की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, "मेरे पिता ने व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा को दरकिनार कर गठबंधन धर्म का पालन करने का उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया है।"
महायुति गठबंधन ने महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों में से 235 पर जीत दर्ज की है। अकेले भाजपा ने 132 सीटें हासिल कीं। इसके मुकाबले महा विकास अघाड़ी के कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी), और एनसीपी (एसपी) गठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा।