दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। मैदान में बीती रात एक बदमाश ने किन्नर पर चाकूओं से दनादन वार कर उसके जेवर लूट लिए। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता बदमाश चाकू लहराते हुए वहां से भाग निकला। घटना में किन्नर को गंभीर चोटें आईं हैं, जिसे उपचार हेतु मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल की शिकायत पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरु कर दी है। सिंधी कैंप में रहने वाली साक्षी देवी संत ने बताया कि बीती रात 9 बजे वह रोजाना की भांति खेरमाई मंदिर दर्शन करने गईं थी। मंदिर से निकलकर जब वह नर्मदा मैदान स्थित नर्मदा जी की मूर्ति के दर्शन करने जा रही थी, उसी दौरान एक युवक आया और उनके हाथ से पर्स छुड़ाने लगा। झूमाझटकी करने पर युवक ने अपने जेब से चाकू निकाला और साक्षी किन्नर पर चाकू से दनादन आधा दर्जन से अधिक वार कर दिए।
घायल करने के बाद बदमाश ने साक्षी के गले से चेन और कान के बाले छीने और वहां से भागने लगा। मैदान में खड़े कुछ युवकों ने उसे पकड़ने का प्रयास किया लेकिन वह चाकू दिखाकर वहां से भाग निकला। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो साक्षी किन्नर पर हमला करने वाले युवक का नाम आशीष यादव है जो कि क्षेत्र में ही रहता है और बदमाश प्रवृत्ति का है।
क्षेत्र में नशेड़ियों का जमावड़ा
क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि नर्मदा मैदान व उसके आसपास के गलियों तक में लंबे समय से खुलेआम नशा किया जा रहा है। आलम यह है कि वहां पूरे दिन और रात नशेड़ी ही खड़े रहते हैं। वे किसी से भी लड़ाई-झगड़ा करने और महिलाओं पर छींटाकशी करने में जरा भी बाज नहीं आते, ऐसे में आए दिन विवाद की स्थिति बनती है। उनका कहना है कि पहले यहां पुलिस का स्थाई प्वाइंट हुआ करता था लेकिन जब से प्वाइंट हटा है तब तक आए दिन विवाद हो रहे हैं।
किन्नरों का पुराना विवाद
क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र के किन्नरों में भी वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। कहा जा रहा है कि किन्नर केटरीना, विवेक गोलानी, काजल, बबली, नूरी और बाबू किन्नर का विवाद होता रहा है। ऐसे में पुलिस जांच भी किन्नरों के आपसी विवाद के इर्द-गिर्द घूम सकती है। क्योंकि जो हमलावर है वह क्षेत्र के दसरे किन्नरों के साथ भी अक्सर देखा जाता है। ऐसे में यह भी संभव है कि उसने दूसरे किन्नरों के बोलने पर ही साक्षी किन्नर पर हमला किया हो।