दैनिक सांध्य बन्धु देवास। बुधवार दोपहर जवाहर नगर चौराहे पर एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना से नाराज लोगों ने आगरा-मुंबई हाईवे पर चक्काजाम कर दिया और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की।
मृतक की पहचान कुणाल बैरागी के रूप में हुई है, जो संस्था राम-राम के सदस्य थे। कुणाल के दोस्त ने पुलिस को बताया कि तीन आरोपियों ने गाड़ी रुकवाई और पिस्टल से फायर कर भाग गए। संस्था के संस्थापक शैलेंद्र सिंह पवार ने आरोप लगाया कि उन्होंने पहले ही पुलिस को घटना की आशंका की जानकारी दी थी, लेकिन पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।
चौराहे पर डेढ़ घंटे तक प्रदर्शन
घटना से नाराज संस्था के सदस्यों ने एमजी अस्पताल चौराहे पर शव रखकर प्रदर्शन किया। इससे एबी रोड के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। करीब डेढ़ घंटे तक चले इस प्रदर्शन के बाद प्रशासन की समझाइश पर लोग माने। इस दौरान वहां पुलिस बल तैनात रहा।
हत्या के पीछे पुरानी रंजिश की आशंका
पुलिस के अनुसार, हत्या के पीछे पुरानी रंजिश हो सकती है। एएसपी जयवीर भदोरिया ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है और मृतक के परिजनों को समझाइश देकर अस्पताल भेजा गया है। मामले में तीन आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
आरोपियों पर मामला दर्ज
फरियादी आनंद मनसारे की रिपोर्ट पर पुलिस ने अमरेश प्रसाद, भावेश झाला और शिव रघुवंशी उर्फ कृष्ण पाल सिंह के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 103, 3 (5) के तहत केस दर्ज किया है।
आनंद मनसारे ने पुलिस को बताया कि वे और उनके दोस्त संस्था राम-राम के संस्थापक शैलेंद्र पंवार के साथ काम करते हैं। घटना के दिन वे जेल में बंद कपिल बैरागी से मिलने गए थे। जेल में कपिल से मुलाकात के दौरान राहुल पवार ने उन्हें धमकाया था। बाद में जब वे लौट रहे थे, तब जवाहर नगर चौराहे पर आरोपियों ने गाड़ी रोककर कुणाल बैरागी पर गोली चलाई।
संस्था राम-राम पिछले दो साल से विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय है और लव जिहाद एवं गो हत्या जैसे मामलों पर काम कर रही है।