दुष्यंत और दिग्विजय चौटाला को मिला टिकट
पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को उचाना से और अमरजीत ढांडा को जुलाना से टिकट दी गई है। दुष्यंत चौटाला के छोटे भाई दिग्विजय चौटाला, जो अब तक कोई चुनाव नहीं जीत पाए हैं, जजपा की युवा विंग की कमान संभाल रहे हैं।
पूर्व मंत्री के भाई की बेटी आयुषी राव को मिला टिकट
इस सूची में सबसे चौंकाने वाला नाम आयुषी अभिमन्यु राव का है, जिन्हें अटेली से उम्मीदवार बनाया गया है। आयुषी भाजपा के पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह के भाई की बेटी हैं। उनके पति अभिमन्यु राव कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव के भतीजे हैं।
कंडक्टर से विधायक बने रामेश्वर दयाल को भी मिला टिकट
बावल सीट से पूर्व विधायक रामेश्वर दयाल को टिकट दिया गया है। रामेश्वर दयाल हरियाणा रोडवेज में कंडक्टर पद से रिटायर्ड होने के बाद राजनीति में आए थे और 2009 में INLD के टिकट पर चुनाव जीते थे।
गठबंधन की स्थिति
27 अगस्त को JJP और ASP का गठबंधन हुआ था, जिसमें तय हुआ था कि JJP 70 और ASP 20 उम्मीदवार उतारेगी। JJP के सात विधायकों ने पार्टी छोड़ दी है, जिनमें से अब केवल तीन विधायक बचे हैं।
अन्य प्रमुख उम्मीदवार
- वीरेंद्र चौधरी: हिसार की नलवा विधानसभा से 42 वर्षीय वीरेंद्र चौधरी को टिकट दिया गया है, जो 2019 में तीसरे स्थान पर रहे थे।
पार्टी से अलग हुए विधायक
JJP के सात विधायक हाल ही में पार्टी से अलग हो चुके हैं, जिनमें रामनिवास सुरजाखेड़ा, अनूप धानक, देवेंद्र बबली, रामकरण काला, ईश्वर सिंह, रामकुमार गौतम, और जोगीराम सिहाग शामिल हैं।
दिग्विजय चौटाला का संघर्ष जारी
दिग्विजय चौटाला ने जींद उपचुनाव और सोनीपत लोकसभा चुनाव में हार का सामना किया था। वर्तमान में वे पार्टी की युवा विंग की अगुवाई कर रहे हैं।
2019 में बीजेपी से गठबंधन, अब ASP के साथ
2019 में BJP के साथ गठबंधन कर दुष्यंत चौटाला डिप्टी सीएम बने थे, लेकिन अब JJP ने ASP के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया है।
