दैनिक सांध्य बन्धु चंडीगढ़। कांग्रेस में जारी आंतरिक गुटबाजी के बीच बीजेपी ने दलित नेता कुमारी शैलजा को पार्टी में शामिल होने का न्योता दिया है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि कांग्रेस ने कुमारी सैलजा का अपमान किया है और उन्हें नजरअंदाज किया गया है। खट्टर ने सैलजा को बीजेपी में शामिल होकर नई राह अपनाने का प्रस्ताव दिया है।
खट्टर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी ने सैलजा जैसी दलित नेता को गाली तक दी और उन्हें राजनीतिक रूप से हाशिए पर धकेल दिया। इस बयान के बाद सियासत गर्म हो गई है। हरियाणा के कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सैनी ने भी सैलजा के पक्ष में बयान देते हुए कहा कि कांग्रेस ने उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया है और उनकी महत्वाकांक्षाओं की उपेक्षा की है।
कुमारी सैलजा, जो हरियाणा में कांग्रेस की एक प्रमुख दलित नेता हैं, कांग्रेस के भीतर गुटबाजी और टिकट वितरण में अनदेखी से नाराज हैं। उनकी खामोशी से भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुट में चिंता बढ़ गई है, क्योंकि सैलजा का प्रभाव हरियाणा की 21 विधानसभा सीटों पर माना जाता है, जिसमें सिरसा और फतेहाबाद जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र भी शामिल हैं।
कुमारी सैलजा की नाराजगी की मुख्य वजहें टिकट वितरण में उनके खेमे की अनदेखी, जातिगत टिप्पणी, और हुड्डा गुट से चल रही तनातनी हैं। कांग्रेस ने हुड्डा गुट को तरजीह देते हुए सैलजा के समर्थकों को केवल 4 सीटें दीं, जबकि सैलजा ने 30 से 35 सीटों की मांग की थी। इसके अलावा, हुड्डा खेमे के साथ उनके रिश्तों में भी तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे कांग्रेस के भीतर और सियासी हलचल तेज हो गई है।
सैलजा की नाराजगी का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि उन्होंने चुनाव प्रचार से पूरी तरह दूरी बना ली है। कांग्रेस के चुनाव अभियान के चरम पर होने के बावजूद, सैलजा ने सोशल मीडिया पर बहुत कम उपस्थिति दर्ज कराई है, जिससे पार्टी को नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है।
कुमारी सैलजा की यह नाराजगी कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है, खासकर हरियाणा में दलित समुदाय पर उनके मजबूत पकड़ को देखते हुए।