दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। देश में युद्ध की आशंकाओं के बीच जबलपुर को हाई अलर्ट पर रखा गया है। सुरक्षा एजेंसियों और जिला प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है, क्योंकि यह शहर सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
यहाँ देश की प्रमुख आयुध निर्माण इकाइयाँ मौजूद हैं। जीसीएफ (गन कैरिज फैक्ट्री) में सेना के लिए फोर्स व्हीकल और टैंकों का निर्माण होता है, जबकि खमरिया स्थित आयुध निर्माणी में मिसाइल, बम और गोला-बारूद की फीलिंग (भराई) की जाती है। इसके अतिरिक्त सीओडी (केंद्रीय आयुध डिपो) में भारी मात्रा में आयुध सामग्री का भंडारण है, जो युद्धकालीन आवश्यकताओं की रीढ़ मानी जाती है।
जबलपुर में सेना की विभिन्न बटालियनों का मुख्यालय भी है, जिनमें ग्रेनेडियर रेजिमेंट, कोबरा यूनिट, सिग्नल कोर सहित पाँच से अधिक सेवाओं की बटालियनें शामिल हैं। इस सैन्य उपस्थिति के कारण जबलपुर को सामरिक दृष्टि से अति संवेदनशील क्षेत्र घोषित किया गया है।
प्रशासन ने रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, मिलिट्री एरिया, और फैक्ट्रियों के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी है। आम नागरिकों से भी सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत प्रशासन को देने की अपील की गई है।