दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। जबलपुर-भोपाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर शुक्रवार दोपहर उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब नशे में धुत एक ट्रक चालक ने बीच सड़क पर जमकर हंगामा कर दिया। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि करीब आधे घंटे तक नेशनल हाईवे का एक लेन बाधित रहा और वाहनों की लंबी कतार लग गई। चालक ने लाठी लेकर परिवहन विभाग के कर्मचारियों को काफी दूर तक खदेड़ दिया।
चेकिंग के दौरान भड़का चालक
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को परिवहन विभाग का उड़नदस्ता जबलपुर-भोपाल मार्ग पर वाहन चेकिंग कर रहा था। इसी दौरान ट्रक क्रमांक CG 04 NT 0804 तेज रफ्तार में भोपाल की ओर जा रहा था। टीम ने ट्रक को रोका तो चालक ने अपना नाम अरविंद, पिता कैलाशचंद्र, निवासी देवास बताया।
ट्रक में कई तरह की अतिरिक्त लाइटें लगी हुई थीं। जब चालक से वाहन के दस्तावेज मांगे गए तो उसने साफ इनकार कर दिया। इसके बाद पीएसओ मशीन से ऑनलाइन चालान काटा गया, जिससे चालक बुरी तरह भड़क गया।
लाठी लेकर कर्मचारियों को खदेड़ा
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक चालक नशे में इस कदर धुत था कि उसने हाथ में लाठी लेकर परिवहन विभाग के कर्मचारियों को दौड़ाना शुरू कर दिया। हालात बिगड़ते देख कर्मचारियों ने तुरंत बेलखेड़ा थाना पुलिस को सूचना दी।
बीच सड़क पर खड़ा किया ट्रक, लगा जाम
समझाने के बावजूद चालक नहीं माना। उसने ट्रक को नेशनल हाईवे के एक लेन पर आड़ा खड़ा कर दिया और सड़क से हटाने से इनकार कर दिया। हाथ में लाठी लेकर वह सड़क पर घूमता रहा और कहता रहा— “ट्रक नहीं हटेगा, जिसे बुलाना है बुला लो।”
इस वजह से हाईवे पर यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ।
पुलिस ने किया गिरफ्तार
सूचना मिलते ही बेलखेड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और हालात पर काबू पाया। पुलिस ने ट्रक जब्त कर चालक को हिरासत में लिया। आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 126(1), 127(2), 285 और 270 के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
इन्होंने कहा
थाना प्रभारी लवकेश उपाध्याय ने बताया कि चालक परिवहन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ अभद्रता कर रहा था और लाठी लेकर उन्हें दौड़ा रहा था। इसी कारण उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की गई है।
परिवहन विभाग की सख्त चेतावनी
परिवहन विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर किरण शर्मा ने कहा कि दस्तावेज मांगने पर चालक ने न सिर्फ इनकार किया, बल्कि ऑनलाइन चालान के दौरान कर्मचारियों पर हमला करने का प्रयास भी किया।
उन्होंने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि सरकारी कर्मचारियों के साथ किसी भी तरह की अभद्रता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसे मामलों में सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
