क्या है पूरा मामला
दरअसल भूतेश्वर महादेव मंदिर जिसे वरदेश्वर महादेव के नाम से भी जाना जाता है। यहां मंदिर के छत डलने के बाद से ही आधिपत्य का विवाद उत्पन्न हो गया है। बताया जाता यह मंदिर 700 साल पुराना है और गोंडवाना साम्राज्य की रानी दुर्गावती भी यहां पर पूजा करती थी। यह मंदिर शाहनाला बरगीहिल्स जबलपुर में स्थित है। पहले इस मंदिर की देखरेख असमिया बाबा करते थे, अब इस मंदिर के महंत सीताराम बाबा हैं। महंत के अनुसार भाजपा नेता राममूर्ति मिश्रा ने पहले तो धार्मिक प्रवृत्ति का दिखावा कर मंदिर मे छत डलवाई पर निर्माण होते ही उनके रंग ढंग ही बदल गए, एक के बाद एक वह मंदिर मे पाबंदियाँ लगाने लग गए। मसलन उन्होंने दुर्घटना कि आशंका का बहाना बना कर मंदिर के कुए को बंद करने कोशिश की जबकि उसकी सफाई करा कर उसे जाली से ढंका भी जा सकता था । फिर उन्होंने मंदिर में गाय न आए इस बहाने से गेट लगा कर ताला डालने का जब प्रयास किया तो महंत इसके विरोध मे आ गए। मंदिर के पुजारी सीताराम बाबा के अनुसार अब भाजपा नेता मंदिर मे अपना कब्जा जमा कर उन्हे ही बदनाम करने का वर्षों से प्रयास कर रहे हैं। हद तो तब हो गई जब साइकिल से 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन को निकले यात्री की साईकल को मंदिर परिसर से बाहर निकालने की बात पर भाजपा नेता साधु से ही विवाद कर धक्कामुक्की करने लगे।
इस वायरल विडियो साधु भी भाजपा नेता को श्राप देते हुए नज़र आ रहे हें|साधु ने लगाए आरोप मंदिर के महंत सीताराम बाबा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि भाजपा नेता राममूर्ति मिश्रा ने उनके पुत्र की मौत के बाद मंदिर मे निर्माण कार्य कर पुण्य कमाने की बात की, जिसपर सभी ने राज़ी होकर उन्हे अनुमति दे दी, पर भाजपा नेता कि मंशा कुछ और थी। मंदिर में छत का लेन्टर डालते ही उन्होंने मंदिर मे कब्जा करने की साज़िश शुरू कर दी , मंदिर के बाजू से स्थित कुए को मलबा और स्लैब डालकर बंद कर दिया तो आने जाने वालों भक्तों सहित परिक्रमा वासियों के भी रुकने मे रोकटोक शुरू कर दी। बीते सोमवार रात वह कुछ साथियों के साथ मंदिर में आ धमके और धक्का मुक्की की । महंत के अनुसार राम मूर्ति मिश्रा ने पहले भी कई जमीनों मे कब्जे किए हैं और इनके खिलाफ जमीनी विवाद के मामले न्यायालय में लंबित हैं ।
ट्रेवल ब्लॉगर की साईकल खड़ी करने पर हुआ विवाद
उत्तराखंड के राहुल शाह एक ट्रेवल ब्लॉगर हैं। जो साईकल से ही यात्रा कर विडिओ बनाते हैं, आजकल वह 12 ज्योतिर्लिंगों की यात्रा पर निकले हैं और गर्मी के चलते जबलपुर के भूतेश्वर महादेव मंदिर मे ही रुके हुए हैं। जिस साईकल से राहुल यात्रा करते हैं उसे सुरक्षा कि दृष्टि से मंदिर परिसर मे ही खड़ा किया है , इसी साईकल को बाहर निकालने को लेकर भाजपा नेता ने विवाद शुरू किया , जबकि मंदिर मे अन्य किसी को इससे परेशानी नहीं थी क्योंकि साईकल को केवल रात्री में ही अंदर रखा जाता था।
भाजपा नेता का आरोप का------साधु बेचता है गांजा
जब मामले मे भाजपा नेता राममूर्ति मिश्रा से संपर्क किया गया तो उन्होंने मंदिर के साधु सीताराम बाबा पर ही गाँजा बेचने और अनैतिक गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप लगाए। उन्होंने बताया कि मंदिर में गाँजा पीने वालों की भीड़ लगती है जिससे उन्हे आपत्ति है ,पर इसकी कोई भी शिकायत उनके द्वारा पुलिस मैं नहीं दी गई है। साथ ही राममूर्ति मिश्रा ने कहा कि वह कई मंदिरों का जीर्णोद्धार करा चुके हैं और उनका मकसद सिर्फ धार्मिक आस्था से जुड़ा है। हालांकि विडिओ में दिख रही साधु से धक्कामुक्की पर उन्होंने कुछ भी नहीं कहा।
पहले भी विवादों में रहे हैं भाजपा नेता
यह कोई पहला मामला नहीं है जब राममूर्ति मिश्रा विवाद में फंसे हों। वर्ष 2021 में इसी मंदिर मे कब्जे के विरोध में उनके खिलाफ जूना अखाड़े के बाबा राजेश पुरी अनशन मे बैठे थे। साल 2023 में राममूर्ति मिश्रा ने पार्किंग के विवाद पर सेना के मेजर की पत्नी मेकअप आर्टिस्ट ख्याती चौहान को थप्पड़ मार दिया दिया था। जिसपर हंगामे के बाद शिकायत दर्ज हुई थी । वहीं जमीनी विवाद के उनके कई मामले अखबारों की सुर्खियां बन चुके हैं । अब इस पूरी घटना में कौन दोषी है यह तो जांच का विषय है पर अनैतिक गतिविधियों के आरोप मे पुलिस से शिकायत ना कर साधु से हाथापाई करना तो भाजपा नेता की अलग ही मंशा की ओर इशारा कर रहा है।