भोपाल और जबलपुर की दो छात्राओं ने रिजल्ट पर सवाल उठाते हुए मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में याचिका लगाई हैं। छात्राओं ने NEET-UG कराने वाली संस्था नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के रिजल्ट को गलत ठहराया है। इन्हीं याचिकाओं पर सुनवाई होना है।
जबलपुर की छात्रा अमीषी वर्मा की ओर से दायर याचिका में एक कोचिंग सेंटर के 8 छात्रों के नाम और रोल नंबर एक समान होने का जिक्र है। बताया कि सभी 8 छात्रों को परीक्षा में 100% मार्क्स मिले हैं। अमीषी कहा कहना है कि उन्हें 720 में से 615 मार्क्स मिले हैं, उम्मीद 700 से ज्यादा की थी।
अमीषी के वकील आदित्य संघी ने इसे घोटाला बताते हुए व्यापम से भी बड़ा बताया है। रिजल्ट जारी करने में करोड़ों रुपयों का लेनदेन होने का भी आरोप लगाया है।
रिस्पोंड शीट में मार्क्स मिल रहे 617, रिजल्ट में 340 आए
भोपाल की छात्रा निशिता के मुताबिक NTA की आंसर-की से रिस्पोंड शीट का मिलान करने पर उन्हें 617 नंबर मिल रहे हैं, लेकिन रिजल्ट में 340 मार्क्स ही आए। निशिता का दावा है कि 5 मई को हुई NEET- UG में पूछे गए 180 प्रश्नों में से 159 प्रश्नों के उत्तर सही दिए हैं। 19 प्रश्नों के गलत उत्तर दिए। 2 प्रश्नों के उत्तर 'पता नहीं' दिए थे।
NEET-UG में प्रश्न का गलत उत्तर देने पर हर प्रश्न के लिए 1 नंबर काटने का नियम प्रवेश परीक्षा में था। इसके चलते 159 सही प्रश्नों के उत्तर से मिले 636 नंबर में से 19 नंबर काटकर 617 नंबर, रिजल्ट शीट में मिलना चाहिए थे, लेकिन रिजल्ट में नंबर 340 मिले हैं। इससे रिजल्ट में गड़बड़ी की आशंका है।