दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। मेडिकल कॉलेज जबलपुर में बाबू आशीष लाल और वार्डन ज्वाला सिंह द्वारा मिलीभगत से अयोग्य नर्सिंग स्टाफ को नियम विरुद्ध तरीके से अनुभव प्रमाण पत्र जारी किए जाने के मामले में एनएसयूआई की राष्ट्रीय सचिव देवकी पटेल जबलपुर द्वारा मेडिकल कॉलेज के डीन नवनीत सक्सेना को ज्ञापन सौंपा।
एनएसयूआई की राष्ट्रीय सचिव देवकी पटेल और पूर्व जिला उपाध्यक्ष अदनान अंसारी ने बताया कि जूनियर नर्सिंग स्टाफ को अनुभव प्रमाण पत्र न मिलने पर कॉलेज में हंगामा हुआ। इसके बाद मेडिकल कॉलेज में अनुभव प्रमाण पत्र के नाम पर हो रहे भ्रष्टाचार की परतें खुलने लगीं। सामने आया कि बाबू आशीष लाल और पूर्व वार्डन ज्वाला सिंह ने टीचिंग सर्टिफिकेट प्रदान कर अनुचित लाभ प्राप्त किया है। इन दोनों ने हॉस्टल के रिकॉर्ड में हेरफेर कर अयोग्य नर्सिंग स्टाफ को प्रोफेसर लेवल तक पहुंचा दिया।
नियमानुसार, अनुभव प्रमाण पत्र प्रदान करने से पहले महाविद्यालय और विश्वविद्यालय के प्राचार्य की अनुमोदन आवश्यक होती है, लेकिन इन अधिकारियों ने बिना अनुमोदन के टीचिंग सर्टिफिकेट प्रदान कर भ्रष्टाचार किया और अनुचित लाभ प्राप्त किया।
ज्ञापन के दौरान शाहनवाज अंसारी, रीना, सक्ष यादव, मोहम्मद इमरान, जमान नियाज़ी, सुमित कुशवाहा, रियान अली, शफी खान, इंद्रजीत कुशवाहा आदि उपस्थित थे। एनएसयूआई ने डीन नवनीत सक्सेना से आशीष लाल और ज्वाला सिंह को अन्य जगह स्थानांतरित करने की मांग की है ताकि निष्पक्ष जांच हो सके।