दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। प्रशासन को जनोन्मुखी बनाने और नागरिकों को संवेदनशील एवं जवाबदेह प्रशासन देने की मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुरूप राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने निर्देश दिए थे कि राजस्व प्रकरणों का निराकरण समय सीमा में सुनिश्चित हो, जिससे आम जन को परेशानी न हो। इसी तारतम्य में कलेक्टर दीपक सक्सेना ने जिले में दो दिवसीय राजस्व शिविरों का आयोजन करने की कार्ययोजना तैयार की।
कमिश्नर अभय वर्मा और कलेक्टर दीपक सक्सेना ने आज तहसील जबलपुर में जाकर राजस्व शिविर की गतिविधियों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने आवेदकों से चर्चा की और पूछा कि क्या उनके कार्य के लिए कोई दलाल पैसे तो नहीं ले रहा है। साथ ही, उनकी समस्याओं को भी सुना।
शिविर में उन्होंने एसडीएम और तहसीलदार से अविवादित नामांतरण व बंटवारे के प्रकरणों की जानकारी ली। बताया गया कि तहसील जबलपुर में आज 289 प्रकरणों में से 144 प्रकरणों का निराकरण कर दिया गया है। कमिश्नर वर्मा और कलेक्टर सक्सेना ने आवेदकों को उनके निराकृत प्रकरण की कॉपी प्रदान की।
कमिश्नर वर्मा ने कहा कि पटवारी रिपोर्ट समय पर आ जाने से राजस्व प्रकरणों के निराकरण में देरी नहीं होगी। साथ ही, उन्होंने कहा कि प्रकरण संबंधी जो इश्तिहार है, उसका प्रकाशन हो जाना चाहिए और नक्शा संशोधन भी समय पर हो जाए। उन्होंने कहा कि राजस्व प्रकरण चूंकि आमजन से संबंधित रहते हैं, अतः इस दिशा में प्राथमिकता से कार्य करें जिससे उन्हें प्रकरणों को सुलझाने के लिए भटकना न पड़े।