दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। शहर को स्वच्छ रखने के लिए नगर निगम द्वारा तरह-तरह के अभियानों के माध्यम से लोगों को स्वच्छता का संदेश दिया जा रहा है, लेकिन निगम अपने ही मुख्यालय की स्वच्छता का ध्यान नहीं रख पा रहा है। मुख्यालय के विभिन्न स्थानों पर गंदगी और पीक के दाग स्पष्ट दिखाई देते हैं। स्वच्छता के प्रति निगम की प्रतिबद्धता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
कमिश्नर और महापौर कार्यालय के सामने गंदगी
नगर निगम के मुख्यालय में विशेष रूप से कमिश्नर कार्यालय और महापौर कार्यालय के सामने गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। कमिश्नर कार्यालय के पास स्थित पीआरओ कार्यालय और महापौर कार्यालय के सामने सीढ़ी पर लोगों ने पीक दान बना रखा है। यह दृश्य नगर निगम की स्वच्छता के प्रति उदासीनता को दर्शाता है।
गुटका-पान खाने वालों पर कार्रवाई की कमी
नियमों के अनुसार, गुटका और पान खाने वाले लोगों पर जुर्माना लगाया जाना चाहिए। लेकिन मुख्यालय में गंदगी फैलाने वाले अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। गंदगी फैलाने वालों के लिए कड़ी सजा का प्रावधान होने के बावजूद इसे लागू नहीं किया जा रहा है।
मुख्यालय में पिकदान की कमी
मुख्यालय के कई महत्वपूर्ण कार्यालयों के सामने पीक के दाग लगे हुए हैं, फिर भी नगर निगम द्वारा वहां पिकदान की व्यवस्था नहीं की गई है। यह आवश्यक है कि हर जगह पिकदान रखे जाएं और उन्हें समय-समय पर साफ किया जाए। इसके साथ ही गंदगी फैलाने वालों पर जुर्माना लगाकर उन्हें अनुशासित किया जाना चाहिए।
सड़क पर गंदगी करने वालों पर जुर्माना, पर मुख्यालय की अनदेखी
शहर की सड़कों पर गंदगी फैलाने वालों पर नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जुर्माना लगाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग अपनी वाहवाही में समाचारों की सुर्खियां तो बन रहा है, लेकिन अपने मुख्यालय की गंदगी को नजरअंदाज कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग के ऑफिस के सामने ही गंदगी का आलम है, जो विभाग की दोहरी नीति को उजागर करता है।
गंदगी के प्रमुख स्थान:
1. पीआरओ कार्यालय और उपायुक्त कार्यालय का पोर्च – कमिश्नर ऑफिस के बगल में।
2. महापौर कार्यालय के सामने सीढ़ी – लोगों ने पेड़ के नीचे पिक दान बना रखा है।
3. एग्जीक्यूटिव इंजीनियर जल विभाग का कार्यालय – सामने पीक के दाग।
4. सुभद्रा कुमारी चौहान हाल के सामने वाटर कूलर – इसके बगल में पीक के ढेर।
5. एमआईसी सदस्य दामोदर सोनी का कार्यालय – सामने गंदगी।
6. स्वास्थ्य विभाग ऑफिस की सीढ़ियों के नीचे – गंदगी का ढेर।
7. उपायुक्त कार्यालय भवन शाखा के सामने – गंदगी।
नगर निगम मुख्यालय में स्वच्छता का अभाव, सीसीटीवी निगरानी के बावजूद गंदगी
नगर निगम द्वारा शहर में स्वच्छता का संदेश फैलाने के बावजूद, खुद मुख्यालय की साफ-सफाई पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। पूरे परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगे होने के बावजूद नगर निगम कार्यालय के आसपास गंदगी का माहौल बना हुआ है।
नगर निगम के हर कोने में लगे सीसीटीवी कैमरों के जरिए अनवांछित कार्यों और गंदगी फैलाने वालों पर नजर रखी जाती है। परिसर में पंपलेट भी लगे हैं, जिनमें लिखा है, "आप सीसीटीवी की निगरानी में हैं, गंदगी करने पर जुर्माना लगेगा।" हालांकि, विडंबना यह है कि जिस स्थान पर ये चेतावनी दी गई है, वहीं सबसे ज्यादा गंदगी देखने को मिल रही है।