दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। प्रेमी से मिलने घर से भागी नाबालिग लड़की को पुलिस ने टीकमगढ़ से बरामद किया है। मामले में नाबालिग को बेचने-खरीदने और 25 से ज्यादा बार रेप करने वाले कुल पांच आरोपियों को पुलिस ने 16 अक्टूबर को टीकमगढ़-छतरपुर-नरसिंहपुर से गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि प्रेमी ने मिलने से मना कर दिया था। इसके बाद घर से भागी लड़की को उसका दोस्त बहला कर साथ ले गया था।
नाबालिग के पिता ने जबलपुर में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। करीब एक माह बाद गायब नाबालिग ने पिता को फोन कर टीकमगढ़ में होने की जानकारी दी। लड़की के पिता ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद बरगी पुलिस की टीम ने टीकमगढ़ में दबिश देकर नाबालिग को बरामद कर परिजनों को सौंपा। लड़की इससे पहले भी अपने प्रेमी के साथ भाग चुकी थी। तब पुलिस ने उसे दो दिन बाद ही बरामद कर परिजन को सौंप दिया था।
जबलपुर एसएसपी सोनाली दुबे के अनुसार पकड़े गए आरोपी पहले भी कई लड़कियों-महिलाओं की शादी के नाम पर सौदेबाजी कर चुके हैं। पुलिस ने पूरे मामले में मानव तस्करी के बड़े रैकेट के शामिल होने की संभावना से भी इनकार नहीं किया है।
बरगी थाना अंतर्गत एक गांव में रहने वाली 9वीं कक्षा की 14 साल की नाबालिग स्टूडेंट इंस्टाग्राम,फेसबुक और वॉट्सऐप पर चैटिंग किया करती थी। इंस्टाग्राम पर उसकी भेड़ा घाट में रहने वाले राहुल (20) से दोस्ती हो गई। दोनों अक्सर सोशल मीडिया के जरिए बात करते। इसके बाद दोनों का मिलना-जुलना भी शुरू हो गया। अगस्त 2024 को राहुल नाबालिग लड़की को अपने साथ लेकर फरार हो गया। इस काम में उसने अपने दोस्त राजा और उसकी मौसी के बेटे सूरज की मदद ली। राहुल नाबालिग को लेकर अपने जीजा के घर तेवर, भेड़ाघाट में छिपा हुआ था। पुलिस की जांच के दौरान परिजनों ने बताया कि भेड़ाघाट में रहने वाला राहुल भूमिया जब कभी भी गांव आता तो लड़की से ना सिर्फ फोन पर बात किया करता था, बल्कि उसके साथ घूमता भी था। पुलिस ने राहुल के घर पर दबिश दी, जहां पता चला कि वह कुछ दिनों से अपने जीजा के घर तेवर में है। पुलिस तेवर पहुंची जहां से लड़की को बरामद कर राहुल को रेप के मामले में गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। यहां से उसे जेल भेज दिया गया।दो सप्ताह बाद कोर्ट ने राहुल को इस शर्त पर जमानत दी कि अब लड़की से ना बात करोगे और ना उसके गांव जाओगे। कोर्ट के निर्देश पर राहुल ने लड़की से बात करना बंद कर दिया और सिम तोड़कर फेंक दी।12 सितंबर 2024 को नाबालिग रात में घर पर बिना किसी से कुछ कहे बस से भेड़ाघाट आ गई। रातभर गांव के बाहर रही। सुबह राहुल के दोस्त राजा को फोन लगाकर भेड़ाघाट में होने की जानकारी दी। राजा ने नाबालिग को बताया कि जेल से आने के बाद से राहुल डरा हुआ है। उसका मोबाइल भी बंद है। इस पर लड़की ने कहा कि वह अब घर नहीं जाना चाहती।
21 सितंबर 2024 को शशि और पूरन की मौजूदगी में एक अधेड़ व्यक्ति लड़की को देखने आया। रात को नाबालिग ने शशि को अपने पति पूरन, सूरज और राजा से बात करते सुना। शशि बता रही थी कि टीकमगढ़ का रहने वाला एक व्यक्ति उसे खरीदकर शादी करने के लिए तैयार है। लड़की ने सोचा कि सुबह होते ही वह यहां से भाग जाएगी, पर वह कामयाब नहीं हो पाई। 22 सितंबर को गांव के पास स्थित मंदिर में शशि, पूरन,सूरज और राजा ने प्रकाश नाम के अधेड़ से जबरन उसकी शादी करवा दी। प्रकाश ने लड़की को 95 हजार रुपए में खरीदा था।
10 अक्टूबर की रात प्रकाश शराब पीकर आया और नाबालिग से फिर रेप किया। इसके बाद नाबालिग ने प्रकाश के मोबाइल से अपने पिता को फोन लगाया और सारी घटना बताई। बेटी की आवाज सुनकर वह तुरंत बरगी थाने पहुंचे और टीआई को सारी घटना बताई। पुलिस भी समझ चुकी थी कि नाबालिग लड़कियों को बेचने वाले गिरोह में फंस चुकी है। तुरंत एक टीम टीकमगढ़ जिले के अंतुरा गांव भेजी गई। पुलिस ने प्रकाश के घर से नाबालिग को बरामद कर प्रकाश को गिरफ्तार किया। पूछताछ में प्रकाश ने चौंकाने वाला खुलासा किया। प्रकाश ने बताया कि वह इससे पहले भी शशि के घर लड़की देखने गया था, पर वो पसंद नहीं आई। 20 दिन पहले ही नाबालिग को 95 हजार रुपए देकर लाया था।प्रकाश को लेकर टीम शशि के गांव पहुंची। 12 अक्टूबर की रात पुलिस ने कवैयाखेड़ा गांव में दबिश देकर शशि, उसके पति पूरन, बेटे सूरज को गिरफ्तार किया। राजा को पुलिस ने एक दिन बाद नरसिंहपुर से गिरफ्तार किया। आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद पूछताछ के लिए पांच दिन की रिमांड ली गई है। पुलिस ने आशंका जताई है कि यह गिरोह आदिवासी लड़कियों को फुसलाकर दूसरे जिले में ले जाकर बेच करते है। जबलपुर पुलिस अब फिर से पूछताछ के लिए पांचों आरोपियों को रिमांड में लेगी।