दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। जबलपुर में एक 70 वर्षीय रिटायर्ड कर्मचारी, मसूद हुसैन, साइबर ठगी का शिकार हो गए। खुद को एनआरआई डॉक्टर बताने वाली एक युवती ने फेसबुक पर दोस्ती कर 22 दिनों में 53 लाख रुपए ठग लिए।
ठगी की शुरुआत: फेसबुक फ्रेंड रिक्वेस्ट और भावनात्मक जुड़ाव
मसूद हुसैन को 20 सितंबर को सोनम यादव नामक एक युवती की फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली। युवती ने खुद को अमेरिका में डॉक्टर बताया। मैसेजिंग के दौरान उसने भारत आने की बात कही।
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रिटायर्ड कर्मचारी मसूद हुसैन |
1 नवंबर को युवती का फोन आया कि दिल्ली एयरपोर्ट पर कस्टम अधिकारियों ने उसे डॉलर और सोने के साथ पकड़ लिया है। उसने घूस के लिए पैसे मांगे। मसूद ने 3 लाख रुपए तुरंत भेज दिए। इसके बाद बार-बार फोन कर रकम की मांग होती रही।
रिश्वत के नाम पर 53 लाख ऐंठे
युवती ने अलग-अलग बैंक खातों में रकम ट्रांसफर करने को कहा। कुल 29 बैंक अकाउंट्स में 53 लाख रुपए भेजे गए। युवती का फोन 26 नवंबर को बंद हो गया, जिसके बाद मसूद को ठगी का अहसास हुआ।
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प्रिंसिपल बाल पांडे |
सीएम राइज स्कूल के प्रिंसिपल बाल पांडे को 30 नवंबर को एक फर्जी पुलिस अधिकारी ने फोन कर उनके बेटे पर रेप का आरोप लगने की बात कही। पांडे ने सतर्कता से तुरंत बेटे से संपर्क किया और ठगी से बच गए।
साइबर क्राइम से बचने के उपाय
एएसपी क्राइम ब्रांच समर वर्मा ने बताया कि साइबर ठग लोगों को डराकर ठगी करते हैं। अंजान लोगों से पर्सनल डिटेल्स साझा न करें। किसी भी संदिग्ध कॉल पर सतर्क रहें और तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं।