दैनिक सांध्य बन्धु नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार रात 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया। लंबे समय से बीमार चल रहे मनमोहन सिंह को घर पर बेहोश होने के बाद रात 8:06 बजे दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया, जहां रात 9:51 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने उनके आवास पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने कहा, "डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन उनकी ईमानदारी और सादगी का प्रतिबिंब है।"
केंद्र सरकार ने उनके निधन पर 7 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। शुक्रवार को होने वाले सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं।
मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर आज कांग्रेस मुख्यालय में रखा जाएगा, जहां आमजन और नेताओं को अंतिम दर्शन का अवसर मिलेगा।
उनकी बेटियां आज शाम तक अमेरिका से भारत लौट आएंगी। अंतिम संस्कार का स्थान प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) द्वारा तय किया जाएगा।
मनमोहन सिंह के निधन के चलते कांग्रेस ने कर्नाटक के बेलगावी में चल रही वर्किंग कमेटी की बैठक और स्थापना दिवस से जुड़े सभी आयोजन रद्द कर दिए हैं। राहुल गांधी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, "मैंने अपना मार्गदर्शक और गुरु खो दिया।"
मनमोहन सिंह 2004 से 2014 तक देश के 14वें प्रधानमंत्री रहे। वे देश के पहले सिख प्रधानमंत्री और सबसे लंबे समय तक इस पद पर रहने वाले चौथे नेता थे। उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर है।