दैनिक सांध्य बन्धु इंदौर। इंदौर में एक आईटी कंपनी के कर्मचारी के साथ ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है। टेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर उसे टास्क पूरा करने के नाम पर 14 लाख रुपए की ठगी का शिकार बनाया गया। पीड़ित ने जब पैसे वापस मांगे तो उसका नंबर ब्लॉक कर दिया गया। क्राइम ब्रांच ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जॉब ऑफर के नाम पर फंसाया
राउ निवासी विकास त्रिपाठी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उसे नवंबर में "देवनेट जॉब्स इंडिया" नामक टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ा गया था। ग्रुप की एडमिन बीना खत्री नाम की महिला थी, जिसने सोशल मीडिया पर पार्ट-टाइम जॉब का ऑफर दिया। शुरुआत में विकास ने दिलचस्पी नहीं दिखाई, लेकिन महिला ने बताया कि इसमें ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी—सिर्फ गूगल वर्ड सर्च कर स्क्रीनशॉट भेजने होंगे और हर टास्क पर 150 रुपए मिलेंगे।
छोटे टास्क से शुरू हुई ठगी
शुरुआत में विकास को एक टास्क पूरा करवाकर 150 रुपए ट्रांसफर किए गए, जिससे उसे विश्वास हो गया। फिर एक रिसेप्शनिस्ट के जरिए ऑनलाइन फॉर्म भरवाया गया और यूपीआई आईडी ली गई। इसके बाद अलग-अलग टास्क के नाम पर उससे कई बार पैसे डलवाए गए।
14 लाख गंवाने के बाद हुआ अहसास
जब विकास ने 14 लाख रुपए से ज्यादा ट्रांसफर कर दिए और अकाउंट में पैसे वापस नहीं आए, तो उसे बताया गया कि उसका "क्रेडिट स्कोर" कम हो गया है। तब उसे एहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो चुका है। मामले की शिकायत मिलने पर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।