दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। जबलपुर एयरपोर्ट से उड़ान भरने और आने वाली फ्लाइट्स की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, जिससे फ्लायर्स की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। आंकड़ों के अनुसार, कई बार यह ग्राफ 90 फीसदी तक पहुंच जाता है। बढ़ती मांग के कारण इमरजेंसी में टिकट बुक कराना महंगा पड़ रहा है, और कई बार सीटें उपलब्ध नहीं होतीं है।
कई शहरों के लिए कनेक्टिविटी नहीं
हालांकि जबलपुर एयरपोर्ट से यात्रियों की संख्या बढ़ी है, लेकिन कई प्रमुख शहरों जैसे पुणे, कोलकाता के लिए सीधी उड़ानों की कमी बनी हुई है। यात्रियों को इन गंतव्यों के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट्स लेनी पड़ती हैं या फिर नागपुर, इंदौर और भोपाल की यात्रा ट्रेन या कार से करनी पड़ रही है।
रोजाना 1500 यात्रियों का मूवमेंट
एयरपोर्ट पर प्रतिदिन 1400 से 1500 यात्रियों की आवाजाही हो रही है। जानकारों का मानना है कि यदि सीधी फ्लाइट्स की संख्या बढ़ाई जाए, तो यह मूवमेंट कई गुना तक बढ़ सकता है। वर्तमान में जबलपुर से दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, इंदौर, बिलासपुर, भोपाल और बेंगलुरु के लिए उड़ानें संचालित हो रही हैं, लेकिन और अधिक शहरों से सीधा जुड़ाव आवश्यक है।
यात्रियों की मांग है कि जबलपुर एयरपोर्ट की क्षमता का पूरा उपयोग करते हुए नई उड़ानों की शुरुआत की जाए, जिससे शहर की कनेक्टिविटी बेहतर हो और यात्रा सुविधाजनक बने।