दैनिक सांध्य बन्धु नई दिल्ली। भारत सरकार ने गुरुवार को एक बार फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर की गई कार्रवाई और उसकी पृष्ठभूमि को लेकर स्पष्ट संदेश दिया। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि भारत का उद्देश्य तनाव बढ़ाना नहीं, बल्कि 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले का करारा जवाब देना है।
विदेश मंत्रालय की इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह भी मौजूद रहीं। दोनों ने पहली बार सेना और वायुसेना की ओर से मीडिया को जानकारी दी, जो देश के इतिहास में अभूतपूर्व रहा।
भारत ने किया लाहौर में एयर डिफेंस सिस्टम तबाह
कर्नल सोफिया ने बताया कि पाकिस्तान ने 15 भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी, जिसे भारतीय सुरक्षाबलों ने पूरी तरह नाकाम कर दिया। जवाबी कार्रवाई में भारत ने लाहौर स्थित एयर डिफेंस सिस्टम को भी तबाह किया।
'हमारा निशाना आतंकी थे, पाक सेना नहीं'
विदेश सचिव मिसरी ने साफ किया कि भारत की जवाबी कार्रवाई में केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, मिलिट्री ठिकाने हमारा लक्ष्य नहीं थे। उन्होंने आतंकियों के अंतिम संस्कार की तस्वीरें भी मीडिया को दिखाईं और सवाल उठाया, "अगर मारे गए लोग आम नागरिक थे, तो फिर उनके जनाजे में पाकिस्तानी आर्मी के अफसर क्यों मौजूद थे?" उन्होंने बताया कि आतंकियों को पाकिस्तानी झंडे में लपेटकर दफनाया गया, और लश्कर-ए-तैयबा कमांडर हाफिज अब्दुल रऊफ भी वहां मौजूद था।
राफेल से हमले की पुष्टि पर बोले- समय आने पर बताएंगे
जब राफेल से की गई कार्रवाई की पुष्टि को लेकर सवाल किया गया, तो मिसरी ने कहा कि "समय आने पर सब जानकारी सार्वजनिक की जाएगी।"
ऑपरेशन सिंदूर में 24 मिनट में 9 ठिकाने तबाह
सरकार ने इससे पहले 7 मई को जानकारी दी थी कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत मंगलवार रात 1:04 से 1:28 बजे के बीच 24 मिनट में कुल 9 टारगेट तबाह किए गए।