दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। थाना बरगी पुलिस ने साइबर ठगों की बेहद शातिर और झूठी अपहरण साजिश का खुलासा करते हुए एक महिला को सकुशल दिल्ली से रेस्क्यू किया है। आशा कार्यकर्ता के तौर पर काम करने वाली 36 वर्षीय महिला विनीता (काल्पनिक नाम) को सोने के आभूषण का लालच देकर ठगों ने अपने जाल में फंसा लिया था।
महिला ने लालच में आकर 4 लाख रुपये साइबर ठग के खातों में जमा कर दिए। जब पैसे खत्म हो गए और घर वालों ने पूछताछ शुरू की, तो ठग की सलाह पर महिला खुद ही घर छोड़कर चली गई। बाद में उसने खुद के अपहरण की वीडियो बनाकर ठग को भेजी, जिसे ठग ने महिला के परिजनों को भेजकर फिरौती की मांग की।
4 मई 2025 को महिला की मां ने बरगी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। 1 जून को परिजनों को व्हाट्सएप पर धमकी भरे ऑडियो-वीडियो और अपहरण की सूचना मिलने के बाद मामला अपहरण व फिरौती में बदल गया। थाना बरगी में BNS की धाराओं 140(1), 140(2), 140(3) के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू की गई।
एसपी सम्पत उपाध्याय के निर्देश पर एएसपी समर वर्मा और एसडीओपी अंजुल अयंक मिश्रा के मार्गदर्शन में चार टीमें बनाई गईं। थाना प्रभारी कमलेश चौरिया के नेतृत्व में दिल्ली, नोएडा, जैसलमेर और मुंबई तक दबिश दी गई।
पुलिस जांच में बड़ा खुलासा हुआ कि महिला ने खुद ही अपहरण का वीडियो बनाया और ठग को भेजा। साइबर ठग ने उस वीडियो का इस्तेमाल कर महिला के घरवालों से लाखों रुपये की मांग की। महिला 27 अप्रैल से दिल्ली, मुंबई, सूरत आदि शहरों में भटकती रही और ठग के लगातार संपर्क में रही।
महिला अभी भी साइबर ठग की बातों में है और उसे लगता है कि ठग जेल में है और पैसे मिलने पर उसे जेवर लौटाएगा। फिलहाल महिला को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है और उसकी काउंसलिंग की जा रही है।