मध्यप्रदेश में मानसून का कहर: जबलपुर सहित 30 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात

भोपाल। मध्यप्रदेश में सक्रिय मानसूनी सिस्टम ने राज्यभर में भारी बारिश की स्थिति पैदा कर दी है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शुक्रवार को प्रदेश के 30 जिलों में भारी से अति भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। जबलपुर, मंडला, डिंडौरी, बालाघाट, श्योपुर, शिवपुरी और गुना जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है, जहां अगले 24 घंटों में 8 इंच तक बारिश होने की आशंका है।

बारिश का यह दौर केवल इन जिलों तक सीमित नहीं है। ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, विदिशा, रायसेन, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, सिवनी, नरसिंहपुर, सागर, दमोह, राजगढ़, अशोकनगर, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, कटनी, मैहर, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर में भी तेज बारिश की संभावना जताई गई है। राजधानी भोपाल और इंदौर में भी मध्यम से भारी बारिश के आसार हैं।

तीन सिस्टम कर रहे हैं असर—मौसम विभाग सतर्क

सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार, "वर्तमान में प्रदेश से होकर दो ट्रफ लाइनें गुजर रही हैं और एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी सक्रिय है। इन तीनों सिस्टम की वजह से बारिश का प्रभाव अत्यधिक मजबूत हो गया है। अगले चार दिन तक प्रदेश के कई हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है।"

मंडला और शिवपुरी में हालात गंभीर, राहत कार्य जारी

गुरुवार को मंडला जिले के बिछिया क्षेत्र में मूसलाधार बारिश के कारण कई गांव जलमग्न हो गए। NDRF और होमगार्ड की टीमें मौके पर पहुंचीं और अब तक 70 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा चुका है। उधर शिवपुरी में सिंध नदी उफान पर है, ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डालकर महिलाओं और बच्चों को गोद में उठाकर नदी पार कराने को मजबूर हैं।

सरकार और प्रशासन अलर्ट मोड में

तेज बारिश और संभावित बाढ़ की स्थिति को देखते हुए संबंधित जिलों में कलेक्टरों को सतर्क कर दिया गया है। निचले इलाकों में बसे लोगों को अस्थायी शिविरों में स्थानांतरित करने के निर्देश दिए गए हैं। राहत एवं बचाव दलों को तैनात किया जा चुका है।

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