दैनिक सांध्य बन्धु शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल मूसलाधार बारिश ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। शहर की सड़कों से लेकर रेलवे स्टेशन और रिहायशी इलाकों तक पानी भर गया है। हालात ऐसे हैं कि रेलवे ट्रैक जलमग्न हो गए हैं, जिससे ट्रेनों की आवाजाही बाधित हो रही है। कई थानों, घरों और यहां तक कि एटीएम केंद्रों तक में पानी घुस चुका है। नगर निगम की व्यवस्थाओं की पोल मानसून की पहली ही बारिश ने खोलकर रख दी है।
रेलवे स्टेशन पर भरा पानी, ट्रेनों का संचालन प्रभावित
शहडोल रेलवे स्टेशन पर हालात गंभीर हैं। भारी बारिश के चलते स्टेशन के सभी ट्रैक जलमग्न हो चुके हैं और प्लेटफॉर्म तक पानी पहुंच गया है। ट्रेनों का संचालन बेहद धीमी गति से और सावधानीपूर्वक किया जा रहा है। कई ट्रेनें स्टेशन पर ही खड़ी कर दी गई हैं, जिससे यात्री परेशान हैं। रेलवे प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है, लेकिन ट्रैक से पानी नहीं निकला तो संचालन पूरी तरह ठप हो सकता है।
शहर की सड़कें बनीं दरिया, यातायात ठप
बारिश का असर पूरे शहर में दिख रहा है। अधिकांश मुख्य और आंतरिक सड़कें जलमग्न हो गई हैं। पानी की ऊंचाई बढ़ने के कारण सड़कों पर सन्नाटा पसरा है। कुछ बाइक सवार पानी से जूझते नजर आ रहे हैं, लेकिन हर पल हादसे का खतरा बना हुआ है। निचले इलाकों में स्थिति और भी चिंताजनक है।
सरकारी भवनों तक में पानी घुसा
शहर की जल निकासी व्यवस्था की स्थिति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ऊंचाई पर बनाए गए एटीएम केंद्रों तक में पानी घुस गया है। कई एटीएम मशीनें बंद हो चुकी हैं, और लोगों का जरूरी नकद निकासी तक करना मुश्किल हो गया है। कुछ थाना परिसरों और अन्य सरकारी कार्यालयों में भी पानी भरने की सूचना है।
निचले इलाकों में घरों में घुसा पानी, लोग छतों पर शरण लिए
शहर के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। कई घरों में पानी घुस गया है, जिससे घरेलू सामान खराब हो गया है। लोग घरों की छतों और ऊपरी मंजिलों पर शरण ले रहे हैं। बच्चे और बुजुर्ग सबसे अधिक प्रभावित हैं। नगर निगम की ओर से राहत कार्य की कोशिशें शुरू की गई हैं, लेकिन जल निकासी की कोई ठोस व्यवस्था नज़र नहीं आ रही।
प्रशासन अलर्ट, लेकिन तैयारियों पर उठे सवाल
बारिश के हालात को देखते हुए जिला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन दलों को सतर्क कर दिया है और नगर निगम को जल निकासी के निर्देश दिए हैं। बावजूद इसके बारिश से निपटने की तैयारियों पर सवाल खड़े हो रहे हैं। यदि बारिश का यह सिलसिला जारी रहा, तो शहर में बाढ़ जैसे हालात बनने से इनकार नहीं किया जा सकता।
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