दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। गरीबों के मसीहा और सेवा भावना की जीवंत प्रतिमूर्ति पद्मश्री डॉ. एम.सी. डावर का शुक्रवार सुबह निधन हो गया। उनके निधन से न सिर्फ जबलपुर, बल्कि पूरा देश शोक में डूब गया है।
अपनी निःस्वार्थ चिकित्सा सेवाओं के लिए देशभर में विख्यात डॉ. डावर को भारत सरकार ने पद्मश्री सम्मान से अलंकृत किया था। मामूली फीस लेकर उन्होंने लाखों मरीजों का इलाज किया और जीवनभर चिकित्सा को व्यवसाय नहीं, जनसेवा का माध्यम माना।
डॉ. डावर की अंतिम यात्रा शुक्रवार शाम 4 बजे उनके निज निवास से प्रारंभ होकर गुप्तेश्वर मुक्तिधाम पहुंचेगी, जहां उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी।
महाकौशल अंचल ही नहीं, पूरे देश में डॉ. डावर को अत्यंत श्रद्धा और सम्मान से याद किया जाता है। दशकों तक वे लोगों के बीच ‘मसीहा डॉक्टर’ के रूप में पहचाने गए। उनकी सादगी, सेवा और समर्पण की मिसालें आज भी जबलपुर की गलियों में सुनाई देती हैं।
उनके निधन पर चिकित्सा क्षेत्र, सामाजिक संगठनों और आमजनों ने गहरा शोक जताया। कई लोगों ने सोशल मीडिया और सार्वजनिक स्थानों पर उन्हें याद करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि दे रहे है।