दैनिक सांध्य बन्धु नई दिल्ली एजेंसी। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान 23 महीने बाद जेल से रिहा हो गए। मंगलवार सुबह उन्हें सीतापुर जेल से बाहर लाया गया, जहां उनके बेटे अदीब और अब्दुल्ला आजम उन्हें लेने पहुंचे। बाहर आते ही आजम खान ने हाथ हिलाकर समर्थकों का अभिवादन किया। रिहाई को देखते हुए जेल परिसर और आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
दरअसल, आजम खान की रिहाई सुबह 9 बजे होनी थी, लेकिन एक नए पेंच के कारण देरी हो गई। रामपुर कोर्ट में उनके खिलाफ एक केस में 6 हजार रुपए के जुर्माने का आदेश था, जिसे उन्होंने अदा नहीं किया था। इसी वजह से रिहाई रोक दी गई। बाद में सुबह 10 बजे कोर्ट खुलते ही रिश्तेदार फरहान उल्ला खान ने जुर्माने की रकम जमा की और ईमेल के जरिए इसकी सूचना जेल प्रशासन तक पहुंची, जिसके बाद उन्हें रिहा किया गया।
आजम खान पर कुल 104 मुकदमे दर्ज हैं। हाल ही में हाईकोर्ट ने उन्हें बार पर कब्जे से जुड़े मामले में जमानत दी थी। हालांकि इसके बाद पुलिस ने शत्रु संपत्ति मामले में नई धाराएं जोड़ दी थीं। 20 सितंबर को रामपुर कोर्ट ने इन धाराओं को खारिज कर दिया। यह आखिरी मामला था जिसमें जमानत मिलना बाकी था। इसी के बाद आजम खान की रिहाई का रास्ता साफ हुआ।
बेटे अदीब खान ने पिता की रिहाई पर खुशी जताते हुए कहा, “आज के हीरो आजम साहब हैं।”
