Jabalpur News: विजय नगर चौपाटी हटाने पहुंचा नगर निगम का अमला, ठेले वालों ने किया चकाजाम

दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर।
शहर के विजय नगर क्षेत्र में शुक्रवार सुबह अचानक अफरा-तफरी मच गई जब नगर निगम का अतिक्रमण दस्ता चौपाटी हटाने के लिए पहुंचा। निगम की टीम को देखकर ठेले-टपरे संचालकों में हड़कंप मच गया और देखते ही देखते पूरा इलाका हंगामे में बदल गया। ठेलेवालों ने विरोध स्वरूप बीच सड़क पर बैठकर चकाजाम कर दिया और कार्रवाई को रोकने की मांग करने लगे। हालांकि, मौके पर मौजूद पुलिस बल ने स्थिति को नियंत्रण में लेने की कोशिश की और लोगों को सड़क से हटाया।

कब्जा या आवंटन – असमंजस की स्थिति

विजय नगर चौपाटी में वर्षों से ठेले-टपरे लगाने वाले कई व्यापारी यह दावा कर रहे हैं कि उन्हें नगर निगम की ओर से जगह आवंटित की गई है। वहीं, कुछ अन्य का कहना है कि अधिकांश ठेले बिना अनुमति के लगाए गए हैं और यह सब कब्जा की श्रेणी में आता है।
हालांकि, निगम प्रशासन ने स्पष्ट किया कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नियमानुसार की जा रही है, लेकिन व्यापारी इसे मनमानी बता रहे हैं। उनका कहना है कि बिना किसी नोटिस के और त्योहार के वक्त ऐसी कार्रवाई करना बेहद अनुचित है।

सड़क पर टहनियां और सामान फेंका

जब निगम की टीम ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की, तो ठेले संचालकों ने आक्रोश में आकर सड़क पर पेड़ों की टहनियां और अन्य सामान फेंक दिया। कुछ लोग वहीं सड़क पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। उनका आरोप था कि नगर निगम उनकी रोजी-रोटी पर हमला कर रहा है।
“हम सालों से यहां दुकान चला रहे हैं, अब अचानक हटाने आ गए। हम कहां जाएंगे?” – एक व्यापारी ने कहा।

 ठेलेवालों ने कहा - “आग लगा देंगे लेकिन हटेंगे नहीं”

विरोध प्रदर्शन के दौरान कई ठेलेवालों ने बुल्डोजर के सामने खड़े होकर नारेबाजी की। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अगर उनकी दुकानें हटाई गईं तो वे मजबूर होकर अपनी दुकानों में खुद आग लगा देंगे, लेकिन हटेंगे नहीं।
उनका कहना था कि चौपाटी से ही उनके परिवार का भरण-पोषण होता है, ऐसे में दुकान हट जाने पर उनका घर चलाना मुश्किल हो जाएगा।

निगम प्रशासन ने दी दो घंटे की मोहलत

लगातार बढ़ते विरोध और तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए नगर निगम अधिकारियों ने ठेले संचालकों को दो घंटे की मोहलत दी ताकि वे अपना सामान समेट सकें। इसके बाद कार्रवाई को अस्थायी रूप से रोका गया।
कार्रवाई के दौरान अतिक्रमण प्रभारी मनीष तड़से, सहायक अधिकारी अखिलेश भदौरिया, दल प्रभारी लक्ष्मण कोरी सहित पुलिस बल बड़ी संख्या में मौजूद रहा।

त्योहार से पहले क्यों हुई कार्रवाई?

स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि जब पूरे शहर में त्योहारों की तैयारियां चल रही हैं, उस समय ऐसी कार्रवाई करना गलत है। उनका कहना है कि निगम अगर चाहता भी है तो पहले वैकल्पिक स्थान उपलब्ध कराए, फिर चौपाटी को हटाए।

वहीं, निगम अधिकारियों का कहना है कि चौपाटी क्षेत्र में अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है और यातायात व्यवस्था बाधित हो रही है, इसी कारण कार्रवाई आवश्यक थी।

स्थिति अभी भी तनावपूर्ण

समाचार लिखे जाने तक विजय नगर चौपाटी पर गहमा-गहमी बनी हुई थी। निगम की टीम मौके पर तैनात थी और पुलिस बल भी स्थिति पर नजर रखे हुए था। हालांकि, प्रशासन ने कहा है कि बातचीत के जरिए समाधान निकालने की कोशिश की जाएगी ताकि किसी की आजीविका प्रभावित न हो और शहर की यातायात व्यवस्था भी सुचारु बनी रहे।

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