दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। संस्कारधानी जबलपुर में दशहरा चल समारोह के दौरान हुई फायरिंग के मामले में पुलिस ने सोमवार को पिंटू अन्ना को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। यह फायरिंग 4 अक्टूबर 2025 को कांचघर दशहरा चल समारोह के दौरान हुई थी।
पिता बोले—बेटा निर्दोष, खुद भी हुआ घायल
पिंटू अन्ना की गिरफ्तारी के बाद उसके पिता ने पुलिस पर झूठा फंसाने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पिंटू दशहरा चल समारोह में सिर्फ घूमने गया था और जब दोनों पक्षों के बीच झड़प और फायरिंग शुरू हुई तो वह खुद भी गंभीर रूप से घायल हो गया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने बिना उचित जांच किए उनके बेटे को मामले में फंसाने का काम किया है।
पुलिस ने किया दावा—‘कुख्यात अपराधी है पिंटू अन्ना’
वहीं दूसरी ओर पुलिस ने पिता के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। पुलिस के मुताबिक पिंटू अन्ना शहर का कुख्यात अपराधी है, जिसके खिलाफ 50 से 60 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें मारपीट, अवैध वसूली, धमकाने और हथियार रखने जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं।
पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि फायरिंग के दौरान पिंटू अन्ना ने खुद भी हथियार से गोली चलाई। इसके अलावा, प्रत्यक्षदर्शियों के बयान में भी यह बात सामने आई है कि पिंटू मौके पर मौजूद था और उसने फायरिंग में सक्रिय रूप से भाग लिया था। इसी आधार पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
ये है पूरा मामला
गौरतलब है कि फायरिंग की यह घटना तब हुई जब दशहरा चल समारोह में कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया और पूर्व भाजपा विधायक अंचल सोनकर के समर्थकों के बीच झड़प हो गई। दोनों दलों के मंच एक-दूसरे के पास लगे थे। जब विधायक लखन घनघोरिया अपने मंच के पास पहुंचे, तो दूसरे मंच से नारेबाजी शुरू हो गई। कुछ ही देर में स्थिति बेकाबू हो गई और गोलियां चलने लगीं।
घटना के बाद मचा हड़कंप, पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा
फायरिंग के बाद दशहरा चल समारोह में भगदड़ मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे। घटना के बाद जबलपुर पुलिस प्रशासन ने भारी बल तैनात किया और इलाके में देर रात तक सर्चिंग अभियान चलाया। कई संदिग्धों से पूछताछ की गई और सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए।