MP News: 13 युवतियों समेत 19 गिरफ्तार, किराए के मकान में चल रहा था फर्जी कॉल सेंटर

दैनिक सांध्य बन्धु शाजापुर (उज्जैन)। राज्य साइबर पुलिस ने गुरुवार को दरगाह रोड गिरवर स्थित एक किराए के मकान में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर पर बड़ी कार्रवाई करते हुए 13 युवतियों समेत 19 लोगों को गिरफ्तार किया है। यहां पिछले कई महीनों से एडवाइजरी और शेयर ट्रेडिंग के नाम पर भोली-भाली जनता से ठगी की जा रही थी। पुलिस सभी आरोपियों को उज्जैन लेकर गई है, जहां पूछताछ जारी है।

सूत्रों के मुताबिक, साइबर पुलिस को लंबे समय से एडवाइजरी के नाम पर धोखाधड़ी की शिकायतें मिल रही थीं। कार्रवाई के दौरान तीन घंटे से ज्यादा समय तक जांच की गई और कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, संदिग्ध दस्तावेज, फर्जी सिम कार्ड और मोबाइल जब्त किए गए।

मुख्य आरोपी साहिल मंसूरी और फईम गोरी

डीएसपी लीना मारौठ ने बताया कि गिरोह के मुख्य मास्टरमाइंड साहिल मंसूरी और फईम गोरी हैं, जो पिछले 7–8 महीनों से किराए के इस मकान में अवैध कारोबार चला रहे थे। दोनों युवतियों और युवकों को कर्मचारी बनाकर फर्जी सिम व खातों के जरिए लोगों को शेयर में भारी मुनाफे का लालच देते थे और हर महीने 7 से 8 लाख रुपये तक का लेनदेन कर लेते थे। सही रकम का खुलासा बैंक स्टेटमेंट की जांच के बाद होगा।

शाजापुर पुलिस की संदिग्ध भूमिका

मकान की मालकिन खुर्शीद आरा पति असगर अली बोहरा ने बताया कि उन्होंने 11 महीने का रेंट एग्रीमेंट साहिल मंसूरी के नाम किया था और इसकी सूचना पुलिस को भी दी थी। इसके बावजूद इतने बड़े स्तर पर चल रहे अवैध कारोबार की स्थानीय पुलिस को जानकारी होते हुए भी कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिससे उनकी भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है।

10 महीने से चल रहा था

जांच में सामने आया कि फर्जी सिम कार्ड और अकाउंट बनाकर गिरोह पिछले करीब 10 महीने से लोगों से लाखों रुपयों की ठगी कर रहा था। कॉल सेंटर में काम करने वाले युवक-युवतियां पीड़ितों को एडवाइजरी कॉल कर शेयर खरीदने का लालच देते थे और फिर पैसों को फर्जी खातों में जमा कराते थे।

साइबर पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। मामले में जल्द बड़ा खुलासा होने की उम्मीद है।

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