दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। शहर में देर रात कानून-व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। सिविल लाइन थाना क्षेत्र अंतर्गत सर्किट हाउस के समीप रेलवे में पदस्थ एक ट्रैवलिंग टिकट एग्जामिनर (टीटीई) को नकाबपोश लुटेरों ने चाकू मारकर लूट लिया। वारदात मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात करीब 2 बजे की बताई जा रही है।
ड्यूटी पर जा रहे टीटीई को बनाया निशाना
घायल टीटीई जितेंद्र कुशवाहा (31 वर्ष) निवासी कृष्णा होम्स, बिलहरी ने सिविल लाइन पुलिस को बताया कि वह रेलवे में ट्रैवलिंग टिकट एग्जामिनर के पद पर पदस्थ है। ट्रेन नंबर 11015 में उसे रात 3 बजे आमद दर्ज करानी थी। इसी सिलसिले में वह रात करीब 2 बजे अपनी बाइक से रेलवे स्टेशन क्रमांक-01 की ओर रवाना हुआ था।
अंधेरे का फायदा उठाकर की घेराबंदी
सर्किट हाउस पहुंचने से कुछ पहले ही अंधेरे में तीन नकाबपोश युवक बाइक सहित खड़े मिले। अचानक बदमाशों ने उसकी बाइक रोककर बिना कुछ कहे चाकू से हमला कर दिया। इसके बाद बदमाशों ने उसकी तलाशी ली और जेब से पर्स, मोबाइल और बाइक की चाबी छीन ली। पर्स में करीब 920 रुपये नकद और कुछ जरूरी दस्तावेज रखे थे। बदमाशों ने पीछा न कर सके, इसलिए बाइक की चाबी भी साथ ले गए और मौके से फरार हो गए।
मदद के लिए चीखता रहा, कोई नहीं आया
घायल जितेंद्र कुशवाहा ने बताया कि उसने बचाव के लिए आवाज लगाई, लेकिन रात का सन्नाटा और सुनसान सड़क होने के कारण कोई मदद को नहीं पहुंचा। बदमाशों की उम्र 25 से 35 वर्ष के बीच बताई जा रही है।
जोमैटो डिलीवरी बॉय बना मददगार
वारदात के बाद कुछ देर तक घायल सड़क पर ही पड़ा रहा। इसी दौरान वहां से गुजर रहे एक जोमैटो डिलीवरी बॉय ने उसे देखा। मदद मांगने पर डिलीवरी बॉय ने तुरंत डायल 112 पर कॉल किया। करीब 10 मिनट में पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को इलाज के लिए रेलवे अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका उपचार जारी है।
रेलवे कर्मचारियों में आक्रोश
घटना की जानकारी मिलते ही टिकट चेकिंग एसोसिएशन के पदाधिकारी अस्पताल पहुंचे। पदाधिकारियों ने कहा कि रेलवे में सैकड़ों कर्मचारी और अधिकारी रात के समय अकेले ड्यूटी पर आते-जाते हैं, लेकिन सुरक्षा के नाम पर कोई ठोस व्यवस्था नहीं है। इस तरह की घटनाएं बेहद चिंताजनक हैं।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
स्थानीय सूत्रों के अनुसार 20 दिन पहले अंधेरा पुल के पास एक रेलवे कर्मचारी से लूट हुई थी। अगस्त माह में रात के समय रेलवे अधिकारी की गाड़ी रोकने की कोशिश भी बदमाशों ने की थी। इन घटनाओं से यह साफ है कि रात में सक्रिय लुटेरों का एक गैंग इलाके में लगातार वारदातों को अंजाम दे रहा है।
नंबर प्लेट ढंककर वारदात
टीटीई पर हमला करने वाले बदमाशों ने अपने वाहनों की नंबर प्लेट पर कपड़ा बांध रखा था, ताकि पहचान न हो सके। यह साफ इशारा करता है कि बदमाश पूरी तैयारी के साथ वारदात को अंजाम दे रहे हैं।
पुलिस ने शुरू की जांच
सिविल लाइन पुलिस ने घायल के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की जा रही है।
ड्यूटी पर जा रहे टीटीई को बनाया निशाना
घायल टीटीई जितेंद्र कुशवाहा (31 वर्ष) निवासी कृष्णा होम्स, बिलहरी ने सिविल लाइन पुलिस को बताया कि वह रेलवे में ट्रैवलिंग टिकट एग्जामिनर के पद पर पदस्थ है। ट्रेन नंबर 11015 में उसे रात 3 बजे आमद दर्ज करानी थी। इसी सिलसिले में वह रात करीब 2 बजे अपनी बाइक से रेलवे स्टेशन क्रमांक-01 की ओर रवाना हुआ था।
अंधेरे का फायदा उठाकर की घेराबंदी
सर्किट हाउस पहुंचने से कुछ पहले ही अंधेरे में तीन नकाबपोश युवक बाइक सहित खड़े मिले। अचानक बदमाशों ने उसकी बाइक रोककर बिना कुछ कहे चाकू से हमला कर दिया। इसके बाद बदमाशों ने उसकी तलाशी ली और जेब से पर्स, मोबाइल और बाइक की चाबी छीन ली। पर्स में करीब 920 रुपये नकद और कुछ जरूरी दस्तावेज रखे थे। बदमाशों ने पीछा न कर सके, इसलिए बाइक की चाबी भी साथ ले गए और मौके से फरार हो गए।
मदद के लिए चीखता रहा, कोई नहीं आया
घायल जितेंद्र कुशवाहा ने बताया कि उसने बचाव के लिए आवाज लगाई, लेकिन रात का सन्नाटा और सुनसान सड़क होने के कारण कोई मदद को नहीं पहुंचा। बदमाशों की उम्र 25 से 35 वर्ष के बीच बताई जा रही है।
जोमैटो डिलीवरी बॉय बना मददगार
वारदात के बाद कुछ देर तक घायल सड़क पर ही पड़ा रहा। इसी दौरान वहां से गुजर रहे एक जोमैटो डिलीवरी बॉय ने उसे देखा। मदद मांगने पर डिलीवरी बॉय ने तुरंत डायल 112 पर कॉल किया। करीब 10 मिनट में पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को इलाज के लिए रेलवे अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका उपचार जारी है।
रेलवे कर्मचारियों में आक्रोश
घटना की जानकारी मिलते ही टिकट चेकिंग एसोसिएशन के पदाधिकारी अस्पताल पहुंचे। पदाधिकारियों ने कहा कि रेलवे में सैकड़ों कर्मचारी और अधिकारी रात के समय अकेले ड्यूटी पर आते-जाते हैं, लेकिन सुरक्षा के नाम पर कोई ठोस व्यवस्था नहीं है। इस तरह की घटनाएं बेहद चिंताजनक हैं।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
स्थानीय सूत्रों के अनुसार 20 दिन पहले अंधेरा पुल के पास एक रेलवे कर्मचारी से लूट हुई थी। अगस्त माह में रात के समय रेलवे अधिकारी की गाड़ी रोकने की कोशिश भी बदमाशों ने की थी। इन घटनाओं से यह साफ है कि रात में सक्रिय लुटेरों का एक गैंग इलाके में लगातार वारदातों को अंजाम दे रहा है।
नंबर प्लेट ढंककर वारदात
टीटीई पर हमला करने वाले बदमाशों ने अपने वाहनों की नंबर प्लेट पर कपड़ा बांध रखा था, ताकि पहचान न हो सके। यह साफ इशारा करता है कि बदमाश पूरी तैयारी के साथ वारदात को अंजाम दे रहे हैं।
पुलिस ने शुरू की जांच
सिविल लाइन पुलिस ने घायल के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की जा रही है।

