दैनिक सांध्य बन्धु टीकमगढ़। जिले के डूडीयन खेरा गांव में बुधवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया, जिसमें बिजली लाइन सुधारने के दौरान मोहन अहिरवार नामक युवक की करंट लगने से मौत हो गई। करंट इतना तेज था कि मोहन मौके पर ही झुलस गया और उसका शरीर करीब 6 घंटे तक बिजली के तारों के बीच लटका रहा। घटना के बाद पूरे गांव में हड़कम्प मच गया।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि हादसा लाइनमैन की गंभीर लापरवाही के कारण हुआ। बताया गया कि गांव के लाइनमैन हरिदास अहिरवार ने मोहन को प्राइवेट तौर पर अपनी मदद के लिए रखा था। सुबह करीब 9 बजे उसके कहने पर मोहन पोल पर चढ़ा था। जैसे ही वह सुधार कार्य कर रहा था, अचानक बिजली सप्लाई चालू हो गई और मोहन करंट की चपेट में आ गया।
घटना के बाद ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई, लेकिन कई घंटे तक कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। गुस्साए ग्रामीणों ने टीकमगढ़–छतरपुर रोड पर चक्काजाम कर दिया और जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
सूचना मिलते ही बल्देवगढ़ तहसीलदार अनिल गुप्ता और थाना प्रभारी प्रीति भार्गव पुलिस बल के साथ पहुंचे। अधिकारियों ने लाइनमैन के खिलाफ कार्रवाई और मृतक परिवार को सहायता हेतु प्रस्ताव शासन को भेजने का आश्वासन दिया, जिसके बाद लोगों ने चक्काजाम समाप्त किया।
जूनियर इंजीनियर जितेंद्र जाटव ने बताया कि मोहन कंपनी का कर्मचारी नहीं था। यह जांच की जाएगी कि वह लाइनमैन के निर्देश पर चढ़ा था या स्वयं। फिलहाल लाइनमैन को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
मृतक मोहन अहिरवार टपरियन गांव का रहने वाला था। उसके परिवार में मां, पत्नी, दो बेटियां, दो बेटे और बड़ा भाई सरमन अहिरवार हैं।
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