Jabalpur News: सीएम से मिले सिहोरा जिला आंदोलनकारी, नहीं मिला ठोस आश्वासन; मुख्यमंत्री बोले— जिला एवं संभाग पुनर्गठन आयोग की रिपोर्ट के बाद ही होगा फैसला

दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। सिहोरा को जिला बनाए जाने की मांग को लेकर करीब 50 आंदोलनकारी शुक्रवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मिले। मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने आंदोलनकारियों की मांग सुनी, लेकिन कोई तत्काल ठोस आश्वासन नहीं दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि सिहोरा जिले पर निर्णय जिला एवं संभाग पुनर्गठन आयोग की रिपोर्ट आने के बाद ही लिया जाएगा।

सिहोरा को जिला बनाने की मांग पिछले 27 वर्षों से की जा रही है। इसी मांग को लेकर लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति के बैनर तले 3 दिसंबर से आमरण सत्याग्रह जारी है। आंदोलन में शामिल आरएसएस के पूर्व प्रचारक प्रमोद साहू अन्न त्याग कर अनशन पर बैठे हैं। उनकी बिगड़ती सेहत को देखते हुए मुख्यमंत्री ने आंदोलनकारियों को भोपाल बुलाकर चर्चा की।

पुनर्गठन आयोग की रिपोर्ट के बाद निर्णय

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में जनसंख्या असंतुलन और क्षेत्रीय असमानताओं को दूर करने के उद्देश्य से जिला एवं संभाग पुनर्गठन आयोग का गठन किया गया है। आयोग की रिपोर्ट लगभग एक वर्ष में आने की संभावना है। रिपोर्ट के आधार पर ही नए जिलों और संभागों के गठन पर निर्णय लिया जाएगा।

उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति द्वारा प्रस्तुत सिहोरा जिले के दावे को आयोग के समक्ष भेजा जाएगा और रिपोर्ट आने के बाद प्रस्ताव का विधिवत परीक्षण कर न्यायसंगत निर्णय लिया जाएगा।

जबलपुर मेट्रोपोलिटन सिटी में सिहोरा पर भी विचार

चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार जबलपुर को मेट्रोपोलिटन सिटी के रूप में विकसित करने की दिशा में काम कर रही है। इस प्रक्रिया में सिहोरा को शामिल करने पर भी गंभीरता से विचार किया जाएगा।

अनशनकारी पूर्व प्रचारक से सीधी बातचीत

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने सिहोरा में आमरण सत्याग्रह कर रहे आरएसएस के पूर्व प्रचारक प्रमोद साहू से विधायक संतोष बरकड़े के मोबाइल फोन पर सीधी बातचीत की। मुख्यमंत्री ने उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए सत्याग्रह समाप्त कर भोजन ग्रहण करने का निवेदन किया और भरोसा दिलाया कि आयोग की सिफारिशों के बाद सिहोरा जिले के दावे पर निर्णय लिया जाएगा।

इस बैठक में सिहोरा विधायक संतोष बरकड़े, पूर्व विधायक दिलीप दुबे सहित आंदोलन समिति के सदस्य मौजूद रहे। बैठक के बाद समिति ने बताया कि सिहोरा लौटकर आंदोलन की आगे की रणनीति पर समीक्षा बैठक की जाएगी, जिसके बाद अगला निर्णय लिया जाएगा।

Post a Comment

Previous Post Next Post