दैनिक संध्या बन्धु। मध्य क्षेत्र विध्युत वितरण कंपनी द्वारा निकाले गए टेंडर में कोलकाता की एक कंपनी द्वारा गारंटी के फर्जी दस्तावेज लगाने का मामला सामने आया है। कंपनी के महाप्रबंधक की ओर से मामले की शिकायत अशोका गार्डन थाने में की गई थी। पुलिस ने शिकायत पर कार्रवाई करते हुए टेंडर लेने वाली कंपनी के प्रबंधक के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर लिया है।
अशोका गार्डन पुलिस ने बताया कि निष्ठा परिसर गोविंदपुरा स्थित विघुत वितरण कंपनी के महाप्रबंधक गुरूप्यारी सक्सेना ने एक शिकायती आवेदन दिया था। जिसमें उन्होंने बताया कि कंपनी की ओर से बिजली के मीटर लगाने के लिए एक टेंडर निकाला गया था। यह टेंडर 26 करोड़ रुपए का था। पूरी प्रक्रिया अपनाने के बाद यह टेंडर कोलकाता पश्चिम बंगाल की कंपनी को यह टेंडर दिया गया। टेंडर प्रक्रिय समाप्त होने के बाद जब इस कंपनी द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों की जांच की गई तो पता चला कि कंपनी की ओर से जो गांरटी लगाई गई है वह फर्जी है। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने कोलकाता की कंपनी के प्रबंधक सौरभ मलिक व अन्य के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है।
अशोका गार्डन पुलिस ने बताया कि निष्ठा परिसर गोविंदपुरा स्थित विघुत वितरण कंपनी के महाप्रबंधक गुरूप्यारी सक्सेना ने एक शिकायती आवेदन दिया था। जिसमें उन्होंने बताया कि कंपनी की ओर से बिजली के मीटर लगाने के लिए एक टेंडर निकाला गया था। यह टेंडर 26 करोड़ रुपए का था। पूरी प्रक्रिया अपनाने के बाद यह टेंडर कोलकाता पश्चिम बंगाल की कंपनी को यह टेंडर दिया गया। टेंडर प्रक्रिय समाप्त होने के बाद जब इस कंपनी द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों की जांच की गई तो पता चला कि कंपनी की ओर से जो गांरटी लगाई गई है वह फर्जी है। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने कोलकाता की कंपनी के प्रबंधक सौरभ मलिक व अन्य के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है।
भ्रष्टाचार मे शामिल अधिकारियो पर भी कार्यवाही हो :-सौरभ नाटी शर्मा
मध्य प्रदेश कांग्रेस बिजली समस्या निवारण प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सौरभ नाटी शर्मा ने दैनिक सांध्य बन्धु के संवाददाता से चर्चा के दौरान कहा कि पहले भी इस तरह की घटना होती आई है परंतु विद्युत वितरण कंपनी ठेकेदारों के ऊपर मामला बनाकर अपना पल्ला झाड़ लेती है, जबकि होना ये चाहिए कि ठेकेदारों के साथ विद्युत वितरण कंपनी के उन भ्रष्ट अधिकारियों को भी आरोपी बनाया जाए जो इस भ्रष्टाचार मे शामिल है। सौरभ शर्मा ने कहा यदि शासन इस भ्रष्टाचार मे शामिल अधिकारियो के ऊपर कार्यवाही नहीं करती है तो मध्य प्रदेश कांग्रेस बिजली समस्या निवारण प्रकोष्ठ इस घटना को शीघ्र ही कोर्ट के संज्ञान में लाकर उन भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ एफ.आई.आर दर्ज करवाएगी।