दैनिक सांध्य बन्धु। मंडला, बालाघाट, और नैनपुर के आसपास गौ तस्करी की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। इसको देखते हुए बालाघाट पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने समस्त शहर एवं देहात थाना प्रभारी को गौ तस्करी पर विशेष नजर रखते हुए तस्करों पर कार्रवाई करने के आदेश दिए थे।
इसी कड़ी में कल थाना प्रभारी चांगोटोला को मुखबिर से सूचना मिली कि ग्राम कुकड़ा के पीछे जंगल के रास्ते में महगांव के कच्चे रास्ते से तीन लोग 40 से 50 गौवंश लेकर कसाई खाना नागपुर जा रहे हैं। इस सूचना पर तुरंत कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी ने जंगल के रास्ते को घेरा और तीन लोगों को 40 बैलों के साथ बेरहमी से पीटते हुए देखा। जब उन्हें रोका गया और पूछताछ की गई, तो उन्होंने बताया कि ये 40 बैल गणेशी बाई नामक महिला के हैं जो पिंडरई थाना नैनपुर की रहने वाली है। गणेशी बाई ने इन बैलों को इन लोगों को दिया था ताकि इन्हें नागपुर कसाई मंडी ले जाकर काटा जा सके।
पुलिस ने बताया कि गणेशी बाई के खिलाफ नैनपुर में पहले से ही गौ तस्करी के मामले दर्ज हैं। आरोपियों के बयान के आधार पर पुलिस ने गणेशी बाई, मोहनलाल यादव, संजय झरिया, और देव कुमार झारिया के खिलाफ मध्य प्रदेश गौवंश वध प्रतिशेध अधिनियम की धाराओं 4, 6, 9 और पशु क्रूरता अधिनियम की धारा 11 के तहत मामला दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।