दैनिक सांध्य बन्धु रायसेन। प्रदेश के रायसेन जिले स्थित सोम डिस्टलरी की फैक्ट्री में एक चौंकाने वाली घटना का खुलासा हुआ है। राष्ट्रीय बाल आयोग की अध्यक्ष प्रियंका कानूनगो के नेतृत्व की गई छापेमारी के दौरान वहां 60 नाबालिग बच्चे काम करते हुए पाए गए। जैसे ही टीम फैक्ट्री में पहुंची, कर्मचारियों में खलबली मच गई। जांच के दौरान यह पाया गया कि बच्चों के हाथ काम करते-करते गल चुके थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, इन बच्चों को फैक्ट्री में लाने के लिए स्कूल बसों का इस्तेमाल किया जाता था। इनकी उम्र 13 से 15 साल के बीच थी। बिसलेरी की फैक्ट्री के अंदर स्कूल बसें सीधे इन बच्चों को छोड़ती थीं। इसके बाद ये बच्चे 7 से 8 घंटे तक लगातार शराब भरने और पैकिंग का काम करते थे।
फैक्ट्री मालिक जगदीश अरोरा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है। जगदीश अरोरा मौके से फरार बताया जा रहा है। साथ ही, प्रोडक्शन मैनेजर और इस पर निगरानी रखने वाले आबकारी विभाग के अधिकारियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई के निर्देश मुख्यमंत्री मोहन यादव द्वारा दिए गए हैं।
सोम डिस्टलरी पर हुई इस कार्यवाही के बाद अन्य फैक्ट्रियों और डिस्टलरी में भी हड़कंप मच गया है। राष्ट्रीय बाल आयोग की अध्यक्ष प्रियंका कानूनगो ने कहा है कि यह कार्यवाही निरंतर जारी रहेगी और जो भी कानून का उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।