दैनिक सांध्य बन्धु नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) ने बहुमत हासिल कर लिया है। एनडीए केंद्र में सरकार बनाने की तैयारी में जुट गई है। इस चुनाव में विपक्षी गठबंधन 'I.N.D.I.A.' ने भी शानदार प्रदर्शन किया है। नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे, यह तस्वीर स्पष्ट हो चुकी है। ऐसे में अब लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष कौन होगा, इसे लेकर चर्चा चल रही है।
सूत्रों के अनुसार, लोकसभा में विपक्ष के नेता (LOP) कांग्रेस नेता राहुल गांधी बन सकते हैं। कांग्रेस में अंदरखाने यह विचार चल रहा है कि राहुल गांधी सदन में कांग्रेस की कमान संभालें और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनें। कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में लोकसभा में कांग्रेस का नेता तय किया जाना है। इस बीच कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने भी खुलकर राहुल गांधी को विपक्ष के नेता (LOP) बनाने की मांग की है।
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर की मांग:
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा, "मैंने अपने नेता राहुल गांधी के नाम पर वोट मांगे हैं। ऐसे में मेरा मानना है कि राहुल गांधी को लोकसभा में कांग्रेस का नेता होना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि कांग्रेस के अन्य सांसद भी मेरे जैसा ही सोचते हैं। देखते हैं कि कांग्रेस संसदीय दल क्या फैसला लेता है। हम लोकतांत्रिक दल हैं।"
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए मानक:
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए किसी पार्टी को 10 प्रतिशत से अधिक सीटें होना आवश्यक होता है। साल 2014 में कांग्रेस ने 44 तो 2019 में 52 सीटें जीती थीं, लेकिन इस बार पार्टी के हिस्से में 99 सीटें आई हैं। ऐसे में राहुल गांधी के LOP बनने की संभावना सबसे अधिक है।
राहुल गांधी के नेता प्रतिपक्ष बनने की वजह:
लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के शानदार प्रदर्शन में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। गठबंधन में सबसे ज्यादा सीटों पर जीत भी कांग्रेस ने हासिल की है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की शिवसेना के नेता संजय राउत ने भी कहा है कि अगर केंद्र में गठबंधन I.N.D.I.A. की सरकार बनती है और राहुल गांधी पीएम बनना चाहेंगे तो हम इसका विरोध नहीं करेंगे।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में राहुल गांधी की भूमिका को लेकर कांग्रेस में विचार-विमर्श जारी है। आने वाले दिनों में कांग्रेस संसदीय दल इस पर अंतिम निर्णय लेगा।