दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। मध्यप्रदेश में श्रीअन्न की खेती को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से कृषि अधिकारियों ने पाटन विकासखंड के ग्राम कुकरभुका में प्रगतिशील कृषक राम नरेश पटेल के खेत का दौरा किया। श्री पटेल ने कृषि विभाग पाटन से नेशनल फ़ूड सिक्योरिटी मिशन न्यूट्रिसिरियल योजना के अंतर्गत कोदो जे के 137 किस्म का प्रदर्शन लिया है।
परंपरागत तरीके से किसान कोदो फ़सल को छिटकवा बोनी करते हैं और फसल की विशेष देखभाल नहीं करते, लेकिन श्री पटेल ने 20 जुलाई को न्यूमेटिक सीड ड्रिल का उपयोग करके रेज़्ड बेड पर बोनी की। उन्होंने लाइन से लाइन की दूरी 7 इंच और पौधे से पौधे की दूरी 4 इंच रखी और प्रत्येक 4 कतारों के बाद जल निकासी के लिए नाली बनाई। श्री पटेल ने पूरी तरह से जैविक विधियों का उपयोग किया, केवल एक बार जैविक ट्राइकोड्राम का छिड़काव किया और खरपतवार की निदाई करवाई।
जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के डायरेक्टर रिसर्च, डॉ. कोतू ने बताया कि सामान्यतः कोदो का उत्पादन 3 से 4 क्विंटल प्रति एकड़ होता है, लेकिन पटेल की उन्नत विधियों से उगाई गई फसल से 12 से 13 क्विंटल प्रति एकड़ उत्पादन की संभावना है। संयुक्त संचालक कृषि नेताम ने कृषक के प्रयासों की सराहना की और कहा कि संभाग के सभी जिलों के किसानों को श्री पटेल के खेत पर भ्रमण करवाया जाएगा, ताकि अन्य किसान भी उन्नत विधियों से श्रीअन्न की फसल उगा सकें।
उप संचालक कृषि डॉ. एसके निगम ने रासायनिक खेती के दुष्परिणामों पर चर्चा की और प्राकृतिक खेती अपनाने की सलाह दी। अनुविभागीय अधिकारी डॉ. त्रिपाठी ने किसानों को भूमि का जैविक प्रमाणीकरण कराने के लिए प्रोत्साहित किया, जिससे उन्हें उनके उत्पादों का उचित मूल्य मिल सके।