जुर्माना और लापरवाही
कोलार स्थित अस्पतालों और अन्य संस्थानों में डेंगू के लार्वा मिलने पर कई जगहों पर जुर्माना लगाया गया है:
रुद्राक्ष अस्पताल में कूलर में लार्वा मिलने पर 10,000 रुपए जुर्माना।
श्री विनायक अस्पताल पर लिफ्ट की डग में लार्वा मिलने पर 5,000 रुपए का जुर्माना।
बी केयर चाइल्ड अस्पताल और ऑर्थो केयर अस्पताल में भी लार्वा मिलने पर 5,000 से 10,000 रुपए का जुर्माना लगाया गया।
इस साल डेंगू का ज्यादा खतरा
विशेषज्ञों के अनुसार, डेंगू का चक्रीय पैटर्न हर चार साल में तेजी से फैलता है। 2019 में भोपाल में 1,893 डेंगू के मामले दर्ज हुए थे, और अब 2024 में फिर से डेंगू का प्रकोप अधिक हो सकता है। अक्टूबर का महीना डेंगू के लिए सबसे खतरनाक होता है, और दीपावली के बाद इसकी गति कम होने की उम्मीद है।
डेंगू से बचाव के उपाय
मच्छरदानी का प्रयोग करें।
पानी इकट्ठा न होने दें।
मच्छरों से बचने के उपाय अपनाएं।
बुखार होने पर तुरंत जांच कराएं।
डेंगू के लक्षण: तेज बुखार, सिर दर्द, जोड़ों में दर्द, जी मचलाना, उल्टी, आंखों में दर्द, और त्वचा पर लाल चकत्ते।
डेंगू के मामले (वर्षवार):
2019: 1,893
2020: 74
2021: 781
2022: 675
2023: 855
2024: 324 से अधिक