दैनिक सांध्य बन्धु मुंबई। महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए NDA के नेताओं के बीच सीट बंटवारे को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। सूत्रों के अनुसार, भाजपा को 288 विधानसभा सीटों में से 140-150 सीटें मिल सकती हैं, जबकि शिवसेना (शिंदे गुट) को 80 और अजित पवार की NCP को 55 सीटें आवंटित की जा सकती हैं।
महायुति का प्रदर्शन और MVA की स्थिति
Maharashtra में पिछले विधानसभा चुनाव में NDA (भाजपा, NCP-अजित पवार, और शिवसेना-शिंदे गुट) को 48 में से केवल 17 सीटें मिली थीं, जबकि महाविकास अघाड़ी (MVA) ने 30 सीटें जीती थीं। MVA विधानसभा चुनाव में इसी तरह के प्रदर्शन को दोहराने की तैयारी में है।
हालिया बैठक और सीटों पर सहमति
31 अगस्त को नागपुर में हुई महायुति की बैठक में 288 में से 173 सीटों पर सहमति बनी। इस बैठक में भाजपा को सबसे ज्यादा सीटें देने का निर्णय लिया गया। बैठक में CM एकनाथ शिंदे, डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस, अजित पवार, और अन्य नेताओं ने भाग लिया।
अजित पवार की मांग और स्थिति
अजित पवार ने बैठक से पहले कहा था कि उनकी पार्टी 60 सीटों की मांग करेगी, क्योंकि उनके पास कांग्रेस और निर्दलीयों का समर्थन है। NCP के साथ गठबंधन में स्थिति जटिल बनी हुई है, और भाजपा के कुछ प्रवक्ताओं ने NCP को NDA से बाहर निकालने की बात की है।
महाराष्ट्र सरकार का कार्यकाल और आगामी चुनाव
भाजपा-शिवसेना (शिंदे गुट) और NCP-अजित पवार गठबंधन की वर्तमान सरकार का कार्यकाल नवंबर 2024 को समाप्त होगा। चुनाव अक्टूबर 2024 में हो सकते हैं। 2019 में भाजपा ने 106 सीटें जीती थीं, लेकिन हाल के लोकसभा चुनाव में भाजपा को केवल 9 सीटें मिली थीं।
भविष्य की चुनौतियाँ और संभावनाएं
NDA के भीतर सीट बंटवारे पर सहमति बनाने के बावजूद, गठबंधन के अंदर विवाद और बयानबाजी जारी है। भाजपा और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर विवाद पहले ही चल चुका है, और भविष्य में सीटों का बंटवारा भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है।