दैनिक सांध्य बन्धु फरीदाबाद। हरियाणा के फरीदाबाद में पृथला विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक नयन पाल रावत ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) से किनारा कर लिया है। 2019 में BJP को समर्थन देने वाले नयन पाल रावत ने हाल ही में भाजपा द्वारा जारी प्रत्याशियों की सूची में अपना नाम न होने पर नाराजगी जाहिर की है। पार्टी ने पृथला से पूर्व विधायक टेक चंद शर्मा को उम्मीदवार बनाया है, जिसे लेकर रावत ने भाजपा से दूरी बना ली है।
नयन पाल रावत ने शनिवार को पृथला के चंदावली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "मैंने 5 साल तक भाजपा सरकार को समर्थन दिया, लेकिन उन्होंने टिकट नहीं दी।" उन्होंने भाजपा उम्मीदवार टेक चंद शर्मा को "गद्दार" बताया और निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया।
रावत ने यह भी कहा कि भाजपा या कांग्रेस को उनका समर्थन चाहिए तो उन्हें पृथला आकर माफी मांगनी होगी। उन्होंने कहा, "जब सब भाजपा को छोड़ रहे थे, तब मैं उनके साथ डटा रहा, लेकिन अब मेरी टिकट काट दी गई।"
रावत ने कहा कि उन्हें 36 बिरादरी का समर्थन है और वे 2019 की तरह इस बार भी निर्दलीय चुनाव लड़कर जीत दर्ज करेंगे। उन्होंने चुनौती दी कि भाजपा का प्रत्याशी पृथला में उनका मुकाबला नहीं कर सकता।
उन्होंने यह भी कहा कि टेक चंद शर्मा को टिकट देने का भाजपा का फैसला जनता के लिए अस्वीकार्य है और वे 10 सितंबर को नामांकन करेंगे।
पृथला विधानसभा क्षेत्र BJP के लिए हमेशा से मुश्किल रहा है। 2019 में, भाजपा के उम्मीदवार सोहनलाल छौक्कड़ को नयन पाल ने निर्दलीय चुनाव लड़ते हुए हराया था। हालांकि, सरकार गठन के समय रावत ने खट्टर सरकार को समर्थन दिया था।
लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा द्वारा मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर बगावत की अटकलें तेज हुई थीं। तीन निर्दलीय विधायकों ने भाजपा से समर्थन वापस ले लिया था, जिनमें नयन पाल का नाम भी संभावित था। हालांकि, तब रावत ने मीडिया के सामने साफ किया था कि वह भाजपा का साथ नहीं छोड़ेंगे।
नयन पाल रावत का भाजपा से अलग होना भाजपा के लिए बड़ा झटका है, खासकर पृथला जैसे महत्वपूर्ण विधानसभा क्षेत्र में। उनके निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा से आगामी विधानसभा चुनाव में राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं।