दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। मदन महल पहाड़ी क्षेत्र में 2019 में विस्थापित सैकड़ों परिवारों को ग्राम तेवर के पास बसे भड़पुरा नई बस्ती में बसाया गया था। यहां के निवासियों को पिछले पांच साल से मूलभूत सुविधाओं के अभाव में रहना पड़ रहा है। विषैले जीव-जंतुओं का आतंक लगातार बना हुआ है, विशेषकर कोबरा सांप का।
2 सितंबर की रात भड़पुरा नई बस्ती में रहने वाले 56 वर्षीय आयूब खान को जहरीले कोबरा नाग ने डस लिया। घटना के वक्त आयूब का पालूत तोता पिंजरे में फड़फड़ा रहा था। जब आयूब ने पिंजरा उठाने की कोशिश की, तभी पांच फीट लंबे ब्लैक कोबरा ने उनके दाहिने पैर में चार बार डसा। परिवार के लोगों ने तुरंत आयूब को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
घटना के बाद परिवार वालों ने घर के बाहर ताला लगा दिया और दूसरे घर की तलाश शुरू कर दी। स्थानीय लोगों ने सर्प विशेषज्ञ गजेन्द्र दुबे को बुलाया, लेकिन दो घंटे की तलाश के बाद भी कोबरा नहीं मिला। विशेषज्ञ ने फिनाइल का छिड़काव भी किया, पर नाग का पता नहीं चल पाया।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि 2019 से ही बस्ती में इस तरह के हालात बने हुए हैं। जिला प्रशासन ने अधूरी व्यवस्थाओं के साथ यहां लोगों को बसाया, जिससे आए दिन किसी न किसी को विषैले जीव-जंतुओं का सामना करना पड़ता है।