दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। जबलपुर स्थित चार प्रमुख आयुध निर्माणियों सहित देशभर की सभी 41 आयुध निर्माणियों में अनुकंपा नियुक्तियों का रास्ता खुल गया है। 2020-21 में निगमीकरण के बाद से अनुकंपा नियुक्तियों पर लगी रोक को रक्षा मंत्रालय ने हटा दिया है, जिससे पीड़ित परिवारों को बड़ी राहत मिलने जा रही है। यह फैसला उन परिवारों के लिए महत्वपूर्ण है, जो पिछले चार साल से अनुकंपा नियुक्तियों की प्रतीक्षा कर रहे थे।
चार वर्षों से रुकी थीं अनुकंपा नियुक्तियां
2020-21 में आयुध निर्माणियों के निगमीकरण के बाद से जबलपुर की चार प्रमुख इकाइयों—व्हीकल फैक्ट्री, तोपगाड़ी निर्माणी, गन कैरिज फैक्ट्री और ऑर्डनेंस फैक्ट्री खमरिया—सहित देशभर की 41 फैक्ट्रियों में अनुकंपा नियुक्तियां रुक गई थीं। इन चार सालों में कुल 1001 पद अनुकंपा नियुक्तियों के अंतर्गत लंबित थे, जिनका अब रास्ता साफ हो गया है।
रक्षा मंत्रालय का बड़ा फैसला
रक्षा मंत्रालय के इस नए आदेश से 1001 अनुकंपा नियुक्तियां की जाएंगी, जिससे पीड़ित परिवारों को रोजगार मिलेगा। इन नियुक्तियों का सबसे अधिक फायदा उन परिवारों को होगा जिन्होंने अपने स्वजन को खोने के बाद नौकरी की आस लगाए रखी थी। मंत्रालय के इस फैसले से आयुध निर्माणियों में अनुकंपा नियुक्तियों के प्रतिशत को सुधारने की भी संभावना है, जो पहले काफी कम था।
फैक्ट्रियों का निगमीकरण और नियुक्तियों का मार्ग
2020-21 में आयुध निर्माणियों का संचालन करने वाले ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड को भंग कर 41 फैक्ट्रियों को सात अलग-अलग इकाइयों में विभाजित किया गया था। इससे पहले अनुकंपा नियुक्तियों का सिलसिला ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड के अंतर्गत चलता था, लेकिन निगमीकरण के बाद यह प्रक्रिया ठप हो गई थी।
नियुक्तियों के लिए रक्षा मंत्रालय की गाइडलाइन का इंतजार
हालांकि, अनुकंपा नियुक्तियों के लिए अब रक्षा मंत्रालय की गाइडलाइन्स का इंतजार किया जा रहा है, जिसके आधार पर पात्र उम्मीदवारों को नियुक्ति दी जाएगी। जीसीएफ, व्हीकल फैक्ट्री, ओएफजे और ओएफके जैसी जबलपुर की प्रमुख फैक्ट्रियों में इन नियुक्तियों का लागू होना तय है।
अनुकंपा नियुक्तियों के आंकड़े:
- एमआइएल (ऑर्डनेंस फैक्ट्री खमरिया सहित) की 12 इकाइयों में 294 पद
- एवीएनएल (व्हीकल फैक्ट्री जबलपुर सहित) की 8 इकाइयों में 86 पद
- यंत्र इंडिया लिमिटेड (ऑर्डनेंस फैक्ट्री जबलपुर सहित) की 8 इकाइयों में 151 पद
- एविल (गन कैरिज फैक्ट्री जबलपुर सहित) की 8 इकाइयों में 226 पद
रक्षा मंत्रालय के इस फैसले से पीड़ित परिवारों को अजीविका के रूप में बड़ी राहत मिलेगी, और वे अपने जीवन को फिर से संवारने की दिशा में आगे बढ़ सकेंगे।