दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। केंद्रीय जेल जबलपुर में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे दंडित बंदी रमेश पिता दद्दी कोल (उम्र 32 वर्ष) के फरार होने की कोशिश नाकाम रही। कटनी के सत्र न्यायालय द्वारा धारा 363, 366, 376(1) एवं पाक्सो एक्ट के तहत आजीवन कारावास की सजा काट रहे रमेश को 26 सितंबर 2024 को जेल के पश्चिमी खंड की बैरिक नं. 09 से गायब पाया गया।
सायंकाल 7:45 बजे बंदियों की गिनती के दौरान सुरक्षाकर्मी सुरेंद्र तुरकर ने एक बंदी की अनुपस्थिति दर्ज की। तत्काल खंडाधिकारी को सूचना दी गई, जिसके बाद जेलर प्रशासन ने अलार्म बजाकर पश्चिमी खंड सहित जेल परिसर की सघन तलाशी कराई। रात 1:00 बजे तक चली इस तलाशी के दौरान बंदी का कोई सुराग नहीं मिला।
प्रातःकाल 8:00 बजे गहन तलाशी अभियान के दौरान जेल के अंदर स्थित तालाब बगीचा में बंदी रमेश को ढूंढ लिया गया। प्रशासन की सर्तकता और तेजी से की गई तलाशी के कारण वह जेल से भागने में असफल रहा।
इस घटना में प्रथम दृष्ट्या दोषी पाए गए दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है।
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