हरियाणा विधानसभा चुनाव: कांग्रेस और बीजेपी की सोशल इंजीनियरिंग, जातिगत समीकरणों पर आधारित उम्मीदवार चयन

दैनिक सांध्य बन्धु चंडीगढ़। हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और बीजेपी ने अपने-अपने उम्मीदवारों के चयन में जातिगत समीकरणों को प्रमुख भूमिका दी है। दोनों पार्टियों ने पूरी सोशल इंजीनियरिंग के तहत अपने प्रत्याशियों को टिकट दिए हैं, जिससे चुनावी मुकाबला जातीय गणित पर आधारित हो गया है।

राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से 38 सीटों पर एक ही जाति के उम्मीदवार आमने-सामने होंगे। इनमें से 14 सीटों पर जाट उम्मीदवारों की टकराहट होगी, जबकि 14 सीटों पर दोनों पार्टियों ने OBC वर्ग के प्रत्याशी उतारे हैं। इसके अलावा, 3 सीटों पर हिंदू और मुस्लिम उम्मीदवारों के बीच मुकाबला होगा, जहां कांग्रेस ने मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया है और बीजेपी ने हिंदू प्रत्याशी उतारे हैं।

कांग्रेस ने 28 जाट उम्मीदवारों को टिकट दिया है, जबकि बीजेपी ने 16 सीटों पर जाट प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है। ओबीसी वर्ग के लिए, बीजेपी ने 22 और कांग्रेस ने 20 उम्मीदवारों को टिकट दिया है। अनुसूचित जातियों के लिए 17 सीटें रिजर्व हैं, और किसी सामान्य सीट पर दलित उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया गया है।

हरियाणा के जातिगत समीकरणों में OBC, जाट और दलित प्रमुख भूमिका निभाते हैं, जिनकी क्रमशः 33%, 25% और 21% आबादी है। चुनाव के परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित होंगे, जबकि वोटिंग 5 अक्टूबर को होगी।

Post a Comment

Previous Post Next Post