दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मझोली में आज एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम और आगामी राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के संबंध में विकासखंड स्तरीय उन्मुखीकरण प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. दीपक गायकवाड़ ने की।
प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर एवं विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक श्री अमित चंद्रा ने बताया कि नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-5 के अनुसार जबलपुर जिले के 6-59 माह के 72.5% बच्चे एनीमिक हैं, जबकि 15-49 वर्ष की 51.7% महिलाएं भी एनीमिया से प्रभावित हैं। इसके अतिरिक्त, 15-49 वर्ष की 45% गर्भवती महिलाओं में भी एनीमिया पाया गया है। एनीमिया मुख्य रूप से खून में आयरन की कमी से होता है, और विश्व की लगभग 50% आबादी इससे ग्रस्त है।
समुदाय में पोषण के स्तर को सुधारकर और स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली आयरन की सिरप या गोली के सेवन से आयरन की कमी को दूर किया जा सकता है। इससे स्वस्थ समाज के निर्माण में मदद मिलेगी। इसी क्रम में, राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का अभियान, जो हर वर्ष सितंबर माह में आयोजित होता है, इस वर्ष 10 और 13 सितंबर को मनाया जाएगा।
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के दौरान, बच्चों को एल्बेंडाजोल 400 एमजी की 1 गोली दी जाती है, जो पूरे वर्ष उन्हें पेट में होने वाले कृमि संक्रमण से बचाए रखती है। यह गोली आंगनवाड़ियों और स्कूलों में निशुल्क वितरित की जाती है और बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास में सहायक होती है।
इस कार्यशाला में विकासखंड की सभी आशा कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सपोर्ट स्टाफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही।