दैनिक सांध्य बन्धु नागपुर। हाल ही में एअर इंडिया की 32 फ्लाइट्स को बम की धमकियां मिलीं। नागपुर पुलिस ने बताया कि इन धमकियों में एक और आरोपी की पहचान हुई है, जिसका नाम जगदीश उइके (35) है। यह आरोपी महाराष्ट्र के गोंदिया का निवासी है और पहले भी एक केस में गिरफ्तार हो चुका है। पिछले दो हफ्तों में 400 से अधिक विमानों को बम की फेक धमकियां दी जा चुकी हैं, जिसमें अब तक दो युवक पहले ही पकड़े जा चुके हैं।
दिल्ली पुलिस ने 26 अक्टूबर को शुभम उपाध्याय नामक युवक को गिरफ्तार किया, जिसने फेमस होने के लिए फ्लाइट में बम की झूठी धमकी पोस्ट की थी। इससे पहले, मुंबई पुलिस ने छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव के एक 17 वर्षीय नाबालिग को पकड़ा, जिसने दोस्त को फंसाने के लिए झूठी धमकी दी थी।
नागपुर पुलिस के अनुसार, आरोपी जगदीश ने प्रधानमंत्री कार्यालय, रेल मंत्री, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और अन्य सरकारी एजेंसियों को धमकी भरे ईमेल भेजे थे। उसने इन ईमेल में प्रधानमंत्री मोदी से आतंकी कोड के बारे में मिलने की इच्छा जताई थी।
इन फर्जी धमकियों से एयरलाइंस को 1200 से 1400 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। इमरजेंसी लैंडिंग, यात्रियों के रुकने, फ्लाइट की ग्राउंडिंग और क्रू पर बड़े खर्चे हुए हैं। हर इमरजेंसी लैंडिंग पर एयरलाइंस को भारी चार्ज देना पड़ता है और यात्रियों के ठहरने व खाने की व्यवस्था करनी पड़ती है।
केंद्र सरकार ने इस मामले में सख्त रुख अपनाया है। आईटी मिनिस्ट्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को झूठी सूचनाओं को तुरंत हटाने के लिए निर्देशित किया है। सरकार ने चेतावनी दी है कि यदि प्लेटफॉर्म्स ने तुरंत कार्रवाई नहीं की तो उनके आईटी एक्ट के तहत मिलने वाली इम्युनिटी रद्द कर दी जाएगी।