दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। श्रीराम इंजीनियरिंग कॉलेज, जबलपुर में एक छात्रा के साथ हुए दुष्कर्म के मामले ने कॉलेज प्रबंधन और छात्राओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पीड़िता के आरोप के अनुसार, कॉलेज परिसर में ही एक मुस्लिम युवक मोहम्मद नूर ने धमकियों के जरिये उसके साथ दो बार दुष्कर्म किया और घटना का वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल किया। आरोपी नूर ने यह वीडियो अपने साथी सत्यम अवस्थी को भी दिखाया, जिसके बाद सत्यम ने भी ब्लैकमेल कर पीड़िता का शोषण किया।
घटना के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और एमपी स्टूडेंट यूनियन के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज प्रशासन की लापरवाही पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। संगठन का कहना है कि इस मामले में दोषियों को कठोर सजा मिलनी चाहिए। कॉलेज के बाहर प्रदर्शन करते हुए कार्यकर्ताओं ने आरोपी नूर मोहम्मद को फांसी की सजा की मांग की और आरोप लगाया कि कॉलेज प्रशासन महिला सुरक्षा के नियमों का पालन करने में विफल रहा है। एमपी स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष अभिषेक पाण्डेय ने प्रशासन की निष्क्रियता को लेकर प्रदेश सरकार पर भी निशाना साधा।
इस मामले में हिन्दू संगठनों ने इसे लव जिहाद का एंगल देते हुए नूर मोहम्मद पर साज़िश के तहत हिंदू छात्रा को निशाना बनाने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि इस तरह के कृत्य समाज में सांप्रदायिक सद्भाव को भी प्रभावित करते हैं, और इस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
इस घटना ने कॉलेज परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं। छात्र नेताओं ने दावा किया है कि कॉलेज प्रशासन की लापरवाही से ही यह घटना हुई, जिससे पीड़िता का भविष्य बर्बाद हो गया। छात्र संगठन के नेताओं का कहना है कि कॉलेज परिसर में यदि ऐसी घटनाएं हो रही हैं, तो प्रबंधन के लिए यह एक शर्मनाक स्थिति है।
माढ़ोताल थाना प्रभारी के अनुसार, पीड़िता की शिकायत के आधार पर दोनों आरोपियों—मोहम्मद नूर और सत्यम अवस्थी—को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच के दौरान पाया गया कि घटना 13 और 14 अप्रैल को कॉलेज की निर्माणाधीन बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर हुई, जबकि दूसरा दुष्कर्म 8 अक्टूबर को हुआ। पीड़िता की शिकायत पर 25 अक्टूबर को एफआईआर दर्ज कर कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
इस घटना के बाद छात्राओं की सुरक्षा पर सवाल उठाए जा रहे हैं। संगठन के नेताओं का कहना है कि कॉलेज में सुरक्षा नियमों की अनदेखी की जा रही है, जिससे छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं हो पा रही है। अब सभी संगठनों और कॉलेज के छात्रों ने इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।