दैनिक सांध्य बन्धु वॉशिंगटन। डोनाल्ड ट्रम्प एक बार फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए हैं। उन्होंने 50 राज्यों की 538 में से 277 सीटों पर जीत हासिल की, जो बहुमत के लिए जरूरी 270 सीटों से 7 अधिक है। डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रत्याशी कमला हैरिस कड़ी टक्कर के बावजूद केवल 224 सीटें जीत सकीं।
ट्रम्प पहले 2016 में राष्ट्रपति बने थे और 2020 में जो बाइडेन से हार गए थे। नए परिणामों के साथ, ट्रम्प दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहले ऐसे नेता बन गए हैं, जो चार साल के अंतराल के बाद फिर से राष्ट्रपति पद पर काबिज होंगे।
दो महिला प्रत्याशियों को हराने वाले पहले राष्ट्रपति
अमेरिकी इतिहास में ट्रम्प पहले ऐसे नेता हैं जिन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में दो बार महिला उम्मीदवारों को हराया है। दिलचस्प बात यह है कि 2016 और 2024 के चुनावों को छोड़कर कभी भी कोई महिला राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार नहीं रही। दोनों ही बार ट्रम्प ने जीत हासिल की।
संसद के ऊपरी सदन सीनेट में भी बहुमत
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के साथ ही संसद के दोनों सदनों - सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव - के भी चुनाव हुए। सीनेट, संसद का ऊपरी सदन है, जिसमें रिपब्लिकन पार्टी ने 51 सीटें हासिल कीं, जो बहुमत के बराबर हैं। इससे पहले उनके पास 49 सीटें थीं। सीनेट में बहुमत से ट्रम्प के लिए अपनी नीतियों को लागू करना आसान हो जाएगा।
निचले सदन में भी रिपब्लिकन पार्टी बहुमत के करीब
रिपब्लिकन पार्टी हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में बहुमत से थोड़ी पीछे है। 435 सीटों वाले इस सदन में बहुमत के लिए 218 सीटें जरूरी होती हैं। रिपब्लिकन पार्टी ने 195 सीटें जीत ली हैं, जबकि डेमोक्रेटिक पार्टी ने 176 सीटें प्राप्त की हैं।
जीत के बाद ट्रम्प: "असंभव को संभव कर दिखाया"
जीत के बाद अमेरिकी जनता को संबोधित करते हुए ट्रम्प ने कहा, "मैं फिर से अमेरिका को महान बनाऊंगा।" उन्होंने कहा कि ईश्वर ने उनकी जान इसी दिन के लिए बचाई थी। ट्रम्प ने कहा, "हमने वो कर दिखाया जो लोगों को असंभव लग रहा था। यह अमेरिका के इतिहास की सबसे शानदार जीत है। मैं देश की समस्याओं को दूर करूंगा और अमेरिकी लोगों के भविष्य के लिए लड़ूंगा।"
उन्होंने टेक उद्यमी एलन मस्क की तारीफ करते हुए कहा, "एलन मस्क एक सितारे हैं, जिन्होंने चुनाव प्रचार में रॉकेट की तरह उड़ान भरी है।"